Chaitanya Baghel: EOW ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि चैतन्य को शराब घोटाले से अपने हिस्से के तौर पर 200 करोड़ रुपये से 250 करोड़ रुपये मिले थे.
23 December, 2025
Chaitanya Baghel: छत्तीसगढ़ शराब घोटाले में बड़ा खुलासा हुआ है. एंटी-करप्शन ब्यूरो/इकोनॉमिक ऑफेंस विंग (ACB/EOW) ने अपनी चार्जशीट में दावा किया है कि छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य को शराब घोटाले से अपने हिस्से के तौर पर 200 करोड़ रुपये से 250 करोड़ रुपये मिले. ACB/EOW के एक बयान में कहा गया है कि लगभग 3,800 पन्नों के इस बड़े डॉक्यूमेंट में चैतन्य बघेल को 3,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा के कथित घोटाले में आरोपी बनाया गया है. यह घोटाला पिछली कांग्रेस सरकार के दौरान हुआ, जब राज्य के मुख्यमंत्री भुपेश बघेल थे.
चैतन्य बघेल चला था पूरा सिंडिकेट- EOW
ACB/EOW ने सोमवार को स्पेशल कोर्ट में दायर मल्टी-करोड़ शराब घोटाले में अपनी सातवीं सप्लीमेंट्री चार्जशीट में दावा किया कि चैतन्य बघेल ने एक्साइज डिपार्टमेंट के अंदर एक जबरन वसूली रैकेट को स्थापित करने, कोऑर्डिनेट करने और बचाने में अहम भूमिका निभाई. इसके साथ ही, इस मामले में अब तक कुल आठ चार्जशीट दायर की जा चुकी हैं. चार्जशीट में कहा गया है कि चैतन्य बघेल ने अनिल टुटेजा, सौम्या चौरसिया, अरुणपति त्रिपाठी और निरंजन दास जैसे अधिकारियों के बीच कोऑर्डिनेटर के तौर पर काम किया, जिन्होंने प्रशासनिक स्तर पर सिंडिकेट के हितों के हिसाब से काम किया और नेटवर्क के ग्राउंड-लेवल ऑपरेटिव जैसे अनवर ढेबर, अरविंद सिंह और विकास अग्रवाल को निर्देश दिए.
रियल एस्टेट में निवेश किया पैसा
इसमें दावा किया गया है कि चैतन्य बघेल ने अपने भरोसेमंद साथियों के ज़रिए कारोबारी अनवर ढेबर की टीम द्वारा इकट्ठा किए गए घोटाले की रकम को ट्रांसफर और मैनेज किया और फंड को ऊंचे लेवल तक पहुंचाया. आरोप है कि उसने शराब कारोबारी त्रिलोक सिंह ढिल्लों की अलग-अलग फर्मों के जरिए अपने हिस्से की रकम हासिल की, इसे बैंकिंग चैनलों के ज़रिए अपनी पारिवारिक फर्मों में ट्रांसफर किया और रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में इस्तेमाल किया. इसके अलावा, चार्जशीट में दावा किया गया है कि उसे अपने परिवार के सदस्यों, दोस्तों और सहयोगियों के जरिए बैंकिंग चैनलों के जरिए घोटाले से पैदा हुई बड़ी रकम को इन्वेस्ट भी किया.
3,074 करोड़ रुपए के घोटाले का अनुमान
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने कहा “जांच से पता चलता है कि शराब घोटाले से हुई अपराध की कुल कमाई 3,500 करोड़ रुपये से ज़्यादा हो सकती है.” प्रवर्तन निदेशालय ने 18 जुलाई को चैतन्य बघेल को उनके घर पर तलाशी के बाद गिरफ्तार किया, जहां वह अपने पिता के साथ दुर्ग जिले के भिलाई शहर में रहते हैं. ED द्वारा पहले दायर की गई प्रॉसिक्यूशन शिकायत (चार्जशीट) के अनुसार, चैतन्य बघेल ने राज्य में एक शराब घोटाले से हुई 1,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की अपराध की कमाई को हैंडल किया था.
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