Jaipur Mosque Violence: जयपुर के चौंमूं में एक मस्जिद के बाहर अतिक्रमण हटाने को लेकर लोगों ने पुलिस पर पथराव किया, जिसमें चार पुलिसवाले घायल हो गए.
26 December, 2025
Jaipur Mosque Violence: शुक्रवार तड़के जयपुर में एक मस्जिद के बाहर हिंसा भड़क गई. हिंसा चौंमूं कस्बे में बस स्टैंड इलाके के पास सुबह करीब 3 बजे हुई, जब पुलिस ने मस्जिद के पास अतिक्रमण कर लगाई गई लोहे की रेलिंग हटाने की कोशिश की. भीड़ ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया, जिसमें चार पुलिसवालें घायल हो गए. अधिकारियों ने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े. इलाके में तनाव का माहौल है.
इंटरनेट सेवा बंद
पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) संजय अग्रवाल ने कहा, “हालात पूरी तरह काबू में हैं. पत्थरबाजी में चार पुलिसकर्मी घायल हुए हैं. कानून हाथ में लेने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.” चौंमूं की पुलिस उपाधीक्षक उषा यादव ने कहा, “दो-तीन अन्य लोगों को भी मामूली चोटें आई हैं. सभी वरिष्ठ पुलिस अधिकारी मौके पर मौजूद हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पुलिस बल तैनात किया गया है.” पुलिस संदिग्धों की तलाश कर रही है. फिलहाल इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है.
रेलिंग हटाने को लेकर भड़की हिंसा
पुलिस के मुताबिक, गुरुवार शाम को प्रशासन और मस्जिद के सदस्यों के बीच बाहर सड़क पर रखे कुछ पत्थरों को हटाने के बारे में बातचीत हुई थी. समुदाय के सदस्य उन्हें खुद हटाने पर सहमत हो गए थे. हालांकि, पत्थर हटाए जाने के बाद, कुछ लोगों ने कथित तौर पर मस्जिद के बाहर बाउंड्री बनाने के लिए लोहे की रेलिंग लगानी शुरू कर दी, पुलिस ने इसे अतिक्रमण और बतया और उन्हें रेलिंग लगाने से मना किया. शुक्रवार सुबह जब पुलिस ने जेसीबी मशीन से रेलिंग हटाने की कोशिश की, तो कुछ बदमाशों ने कथित तौर पर पत्थर फेंकने शुरू कर दिए, जिससे चार पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया.
पुलिस प्रशासन अलर्ट
हालात बिगड़ने की आशंका को देखते हुए, चौंमूं, हरमाड़ा, विश्वकर्मा, दौलतपुरा और अन्य आस-पास के पुलिस स्टेशनों से अतिरिक्त पुलिस बल मौके पर भेजा गया. पुलिस ने बताया कि एहतियात के तौर पर चौंमूं में 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवाएं बंद कर दी गई हैं. कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए पुलिसकर्मी सुबह से ही कस्बे में फ्लैग मार्च कर रहे हैं. वरिष्ठ अधिकारियों ने बताया कि हिंसा में शामिल लोगों की पहचान करने और उन्हें गिरफ्तार करने के लिए टीमें बनाई गई हैं.
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