Rupee Rises Against US dollar: बुधवार को मार्केट में कच्चे तेल की नरमी ने रुपये को थोड़ा सहारा दिया है. हालांकि, ग्लोबल बाजार की घबराहट और फॉरेन इन्वेस्टर्स की प्रोफिट बुकिंग की वजह से अभी भी रुपये की राह मुश्किल बनी हुई है.
19 November, 2025
Rupee Rises Against US dollar: बुधवार की सुबह ट्रेडिंग में रुपया 9 पैसे मजबूत होकर 88.51 पर पहुंच गया. कच्चे तेल की कीमतों में गिरावट ने रुपये को सहारा दिया, हालांकि ग्लोबल शेयर बाजारों की अस्थिरता निवेशकों के मूड पर भारी रही. फॉरेक्स ट्रेडरों के अनुसार, रुपये को एक तरफ जहां सस्ता हुआ ब्रेंट क्रूड सपोर्ट दे रहा था, वहीं दूसरी ओर मजबूत अमेरिकी डॉलर और विदेशी निवेशकों की बिकवाली उस पर दबाव डाल रही थी. घरेलू बाजार से एफआईआई की प्रोफिट बुकिंग ने रुपये को तेजी पकड़ने से रोकने की कोशिश की.
PMI डेटा पर नज़र
इसी बीच, इन्वरेस्टर्स की एक और चिंता थी. दरअसल, प्रपोज्ड भारत-अमेरिका ट्रेड डील में हो रही प्रोग्रेस ने भी सोचने पर मजबूर किया. इसके साथ ही हफ्ते के अंत में आने वाले घरेलू पीएमआई डेटा पर भी सबकी नजरें टिकी हुई हैं. खैर, बुधवार को इंटरबैंक फॉरेन एक्सचेंज मार्केट में रुपया 88.57 पर खुला और शुरुआती सौदों में तेजी पकड़ते हुए 88.51 पर पहुंच गया. ये लेवल पिछली क्लोजिंग की तुलना में 9 पैसे मजबूत था. मंगलवार को रुपया 1 पैसा फिसलकर 88.60 पर बंद हुआ था.
डॉलर में तेज़ी
अमेरिकी डॉलर की मजबूती का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि डॉलर इंडेक्स 0.04 प्रतिशत ऊपर रहा और 99.49 पर ट्रेड कर रहा था. दूसरी तरफ, ब्रेंट क्रूड की कीमतें 0.34 प्रतिशत गिरकर 64.67 डॉलर प्रति बैरल पर पहुंच गईं, जो भारत जैसी ऑयल इम्पोर्ट कंट्री के लिए राहत की खबर है. वहीं, इंडियन शेयर बाजार में बुधवार की शुरुआत थोड़ी सुस्त रही. सेंसेक्स 46.27 अंक यानी 0.05 प्रतिशत गिरकर 84,626.75 पर आ गया, जबकि निफ्टी 8.35 अंक यानी 0.03 प्रतिशत नीचे 25,901.70 पर फिसला. मंगलवार को फॉरेन इंस्टीट्यूशनल इन्वेस्टर्स ने 728.82 करोड़ रुपये के शेयर बेच डाले, जिससे बाजार का मूड और कमजोर रहा.
अच्छी खबर की उम्मीद
इसी बीच, इंडस्ट्री मिनिस्टर पीयूष गोयल ने मंगलवार को कहा कि भारत और अमेरिका ट्रेड डील पर अच्छी खबर जल्द ही सुनने को मिलेगी. बशर्ते समझौता दोनों देशों के लिए संतुलित और न्यायसंगत हो. ये बयान ठीक उन दिनों आया है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ये कह चुके हैं कि भारत के साथ फेयर ट्रेड डील लगभग तैयार है. इसके अलावा वो भारतीय सामानों पर लगाए गए टैक्स को आगे चलकर कम करने पर विचार कर सकते हैं.
यह भी पढ़ेंः 6 दिन की तूफानी रैली पर लगा ब्रेक! लड़खड़ाया Sensex और निफ्टी पहुंचा 26 हज़ार के नीचे
