रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा की न्यायिक जांच होनी चाहिए. परीक्षा फिर से आयोजित की जानी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए.
New Delhi/Chandigarh: हरियाणा में आयोजित सहायक प्रोफेसरों की भर्ती परीक्षा में अनियमितता का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला ने रविवार को दावा किया कि हरियाणा लोक सेवा आयोग (HPSC) द्वारा हाल ही में आयोजित सहायक प्रोफेसरों की भर्ती परीक्षा में विभिन्न अनियमितताएं सामने आई हैं. उन्होंने न्यायिक जांच की मांग की है. सुरजेवाला ने दिल्ली में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि एचपीएससी को बर्खास्त किया जाना चाहिए. रणदीप सुरजेवाला ने कहा कि सहायक प्रोफेसर भर्ती परीक्षा की न्यायिक जांच होनी चाहिए. परीक्षा फिर से आयोजित की जानी चाहिए और दोषी अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई की जानी चाहिए. आरोपों पर हरियाणा में अधिकारियों की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं आई.
डेंटल सर्जन की भर्ती में भी हुई थी धांधली
सुरजेवाला ने कहा कि इस महीने की शुरुआत में एचपीएससी ने राज्य के कॉलेजों में हिंदी विषय में सहायक प्रोफेसरों की भर्ती के लिए लिखित परीक्षा रद्द कर दी थी, क्योंकि उम्मीदवारों को दिए गए प्रश्न पत्रों पर सील से संबंधित कुछ मुद्दे सामने आए थे. कांग्रेस महासचिव ने आरोप लगाया कि हाल ही में आयोजित एचपीएससी सहायक प्रोफेसर भर्ती प्रक्रिया में हर दिन अनियमितताएं, गलतियां और दोषपूर्ण प्रश्न पत्र सामने आए हैं. उन्होंने कहा कि चार साल पहले डेंटल सर्जन की भर्ती में भी घोटाला सामने आया था, जिसमें एचपीएससी के एक उप सचिव को गिरफ्तार किया गया था.
छह प्रश्नपत्रों की टूटी थी सीलः सुरजेवाला
सुरजेवाला ने कहा कि पिछले सात वर्षों से हरियाणा में सहायक प्रोफेसर (कॉलेज कैडर) की नियुक्ति नहीं हुई है. अगस्त 2024 में एचपीएससी ने 26 विषयों में 2,424 सहायक प्रोफेसर पदों के लिए विज्ञापन दिया और लगभग 1.5 लाख युवाओं ने आवेदन किया. उन्होंने आरोप लगाया कि मई-जून में जैसे ही सहायक प्रोफेसर परीक्षा प्रक्रिया शुरू हुई, यह अनियमितताओं के घेरे में आ गई. उन्होंने आरोप लगाया कि 1 जून को एचपीएससी ने असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) का पेपर आयोजित किया था. छह प्रश्नपत्रों की सील टूटी हुई पाई गई और प्रश्नपत्र में 27 प्रश्न गलत थे. जब बहुत हंगामा हुआ, तो 3 जून को एचपीएससी ने असिस्टेंट प्रोफेसर (हिंदी) का पेपर रद्द कर दिया.अगर सील नहीं टूटी थी और सवाल गलत नहीं थे, तो पेपर रद्द क्यों किया गया? यह गड़बड़ी का सबसे बड़ा सबूत है.
26 प्रश्न बिहार लोक सेवा आयोग के
उन्होंने दावा किया कि 29 मई को पंचकूला में असिस्टेंट प्रोफेसर (राजनीति विज्ञान) का पेपर आयोजित किया गया था और परीक्षा देने वाले कई छात्रों ने कहा कि पेपर की सील टूटी हुई पाई गई थी और उन्होंने शिकायत दर्ज कराई थी. कांग्रेस के राज्यसभा सांसद सुरजेवाला ने कहा कि गड़बड़ी, भ्रम और दोषपूर्ण प्रश्नपत्र का सबसे हालिया सबूत 8 जून, 2025 को आयोजित असिस्टेंट प्रोफेसर, (भूगोल) का पेपर है. उन्होंने कहा कि एचपीएससी द्वारा आयोजित इस असिस्टेंट प्रोफेसर (भूगोल) के पेपर में 26 प्रश्न ऐसे हैं जो ‘बिहार लोक सेवा आयोग’ के भूगोल के पेपर से कॉपी किए गए हैं, जबकि छह प्रश्न ऐसे हैं जो ‘बिहार लोक सेवा आयोग’ के पेपर से आंशिक रूप से दोहराए गए हैं.
कहा- हरियाणा के युवाओं का भविष्य अंधकार में
उन्होंने कहा कि अर्थात् 32 प्रश्न बिहार लोक सेवा आयोग के भूगोल के पेपर से लिए गए हैं. युवाओं ने इस संबंध में एचपीएससी को लिखित शिकायत की है. सुरजेवाला ने पूछा कि क्या यह संयोग है या प्रयोग है कि बिहार लोक सेवा आयोग के पेपर के 32 प्रश्नों का एचपीएससी में इस्तेमाल किया गया है. उन्होंने दावा किया कि यदि किसी अभ्यर्थी को अवैध रूप से पास करना है तो उसे केवल बिहार लोक सेवा आयोग का पेपर पढ़ने के लिए कहा जाना चाहिए. उन्होंने एचपीएससी द्वारा प्रश्नपत्र तैयार करने की प्रणाली में जिम्मेदारी, जवाबदेही, निष्पक्षता और पारदर्शिता निर्धारित करने के लिए एक विशेषज्ञ समूह गठित करने की मांग की. उन्होंने आरोप लगाया कि हरियाणा के युवाओं का भविष्य इस तरह की भर्ती प्रक्रिया के माध्यम से अंधकार में धकेला जा रहा है.
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