प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पाला बदलने के लिए पैसों के प्रस्तावों का शिकार न हों.
Mumbai: महाराष्ट्र में निकाय चुनाव को देखते हुए शिवसेना (यूबीटी) गुट ने तैयारी तेज कर दी है. चुनाव के दौरान कार्यकर्ता कहीं इधर-उधर न हो जाएं, इसी को ध्यान में रखते हुए उद्धव ठाकरे ने अपने कार्यकर्ताओं को नसीहत दी. शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने रविवार को अपने पार्टी कार्यकर्ताओं से कहा कि वे पाला बदलने के लिए पैसों के प्रस्तावों का शिकार न हों. कार्यकर्ताओं से मुंबई की खातिर एकजुट रहने की अपील की.
जून 2022 में विभाजित हो गई थी शिवसेना
यह चिंता महाराष्ट्र में विभिन्न स्थानीय और नगर निकायों के चुनावों से पहले आई है, जिसमें नकदी-समृद्ध बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) भी शामिल है, जो इस साल के अंत में होने की संभावना है. एकनाथ शिंदे के नेतृत्व में विद्रोह के बाद जून 2022 में शिवसेना विभाजित हो गई और परिणामस्वरूप तत्कालीन ठाकरे के नेतृत्व वाली महाविकास अघाड़ी सरकार गिर गई. पार्टी के एक सूत्र ने बताया कि ठाकरे ने रविवार को मुंबई में शिवसेना (यूबीटी) शाखा प्रमुखों की बैठक को संबोधित किया.
कहा- कार्यकर्ता ही पार्टी की मुख्य ताकत
सूत्र ने ठाकरे के हवाले से कहा कि शाखा प्रमुख और अन्य निचले स्तर के कार्यकर्ता पार्टी की मुख्य ताकत हैं और उनकी एकता और ताकत की वजह से ही संगठन ने अतीत में मुंबई में चुनाव जीते हैं. नगर निगम चुनावों के लिए एकता जरूरी है.चुनाव आते ही आपको पाला बदलने के लिए पैसों के ऑफर मिल सकते हैं. कितने समय तक पैसा पर्याप्त होगा? जो लोग उद्धव ठाकरे और शिवसेना को खत्म करना चाहते हैं, उनके दिमाग में सिर्फ बिजनेस का नजरिया है.
विपक्ष पर मुंबई को बेचने का आरोप
वे मुंबई को बेचना चाहते हैं और इसे कॉरपोरेट्स को सौंपना चाहते हैं. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग पैसों के लालच में फंस रहे हैं, वे यह नहीं समझते कि उनका इस्तेमाल किया जा रहा है और बाद में उन्हें फेंक दिया जाएगा. सूत्र ने बताया कि उन्होंने शाखा प्रमुखों से बीएमसी के सभी 227 वार्डों में लोगों तक पहुंचने, जमीनी स्तर पर नेटवर्क को मजबूत करने और लोगों से जुड़ने को कहा. महायुति राज्य सरकार ने मुंबई सहित सभी 29 नगर निगमों में वार्ड परिसीमन के आदेश जारी किए हैं.