Free Education: गुजरात के वांकल गांव में स्थित जवाहर नवोदय विद्यालय छठी से लेकर बारहवीं क्लास के ग्रामीण बच्चों को मुफ्त में एज्युकेशन दी जाती है. जेएनवी की स्थापना 1985 में हुई थी. देश भर में इसके 661 स्कूल हैं. गुजरात में इसके 34 स्कूल हैं.
03 May, 2024
Jawahar Navoday Vidyalay: गुजरात के सूरत जिले के वांकल गांव में जवाहर नवोदय विद्यालय में छठी से बारहवीं खास कर गांवों के छात्रों को फ्री में शिक्षा दी जाती है. वांकल जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल ई. काबेलेश्वरम के अनुसार, ‘हम आधुनिक और गुणवत्ता भरी शिक्षा बिना कोई फीस लिए देते हैं. ये स्कूल सिर्फ गांव के बच्चों के लिए है. हम एनईपी (राष्ट्रीय शिक्षा नीति) के मुताबिक आधुनिक शिक्षा देते हैं.’
कब हुई स्थापना
जेएनवी की स्थापना 1985 में हुई थी. देश भर में इसके 661 स्कूल हैं. गुजरात में इसके 34 स्कूल हैं. इन स्कूलों का मकसद आर्थिक और सामाजिक तबके को ध्यान में रखे बगैर मेधावी बच्चों को अच्छी शिक्षा देना है. वांकल जवाहर नवोदय विद्यालय के छात्र उन्हें अकादमिक और जीवन विज्ञान सिखाने में मदद के लिए स्कूल की तारीफ करते हैं.
छात्रा कृष्ण कंथारिया ने बताया कि ‘मैं कक्षा नौ में पढ़ती हूं. मेरा कक्षा छठी में एडमिशन हुआ था. जब मैं इधर आई थी, तब इसका कंस्ट्रक्शन पूरा नहीं हुआ था. लेकिन अभी हो गया है तो पढ़ने में अलग मजा है. घर पर जाने का मन भी नहीं करता है. यहां फ्रेंड्स के साथ अच्छा लगता है. टीचर रोज नया-नया सिखाते हैं और उनके साथ मस्ती करना भी बहुत अच्छा लगता है.’
व्यावहारिक जीवन में सुधार
एक और छात्रा वृंदा मिस्त्री के मुताबिक, ‘हमारे स्कूल में जो शिक्षक है, वो खुद हमारे साथ रहते हैं. ऐसे में वो सब नोटिस करते हैं कि हम कैसे रहते हैं, हमारी दिनचर्या कैसी है और फिर हमें हेल्प करते हैं. हमारे टीचर ना ही सिर्फ एकेडैमिक्स बल्कि हमारी व्यावहारिक जीवन में भी खूब मदद करते हैं.’
मिलती हैं ये सुविधाएं
स्कूल की प्राथमिकताओं में बच्चों की सेहत का ख्याल रखना भी शामिल है. स्कूल कंप्यूटर, विज्ञान प्रयोगशाला, लाइब्रेरी, ई-लर्निंग, स्मार्ट बोर्ड, लैपटॉप और वाई-फाई के साथ स्मार्ट क्लास जैसा आधुनिक सुविधाएं मुहैया कराता है. नवोदय विद्यालय समिति स्टेम करियर को भी बढ़ावा देती है.
पूरी होती है रिक्वायरमेंट्स
जवाहर नवोदय विद्यालय की टीचर उपासना सिंह का कहना है कि ‘इन स्टूडेंट्स को हर तरह की एजुकेशन दी जाती है, जो कि क्वालिटी एजुकेशन होती है. साथ ही डिजिटल एजुकेशन की जितनी भी रिक्वायरमेंट्स होती है, उनकी सारी रिक्वायरमेंट्स पूरी की जाती है. ये स्कूल फ्री ऑफ कॉस्ट है. यहां पर बोर्डिंग, लॉजिंग और पे स्टेशनरी और यूनिफॉर्म सब कुछ फ्री है.’
एडमिशन प्रोसेस
जवाहर नवोदय विद्यालयों में जेएनवीएसटी के जरिए एडमिशन मिलता है. इसकी सालाना प्रवेश परीक्षा सीबीएसई आयोजित करती है. परीक्षा में हर जेएनवी के लिए टॉप 80 छात्रों को चुना जाता है. नौवीं और बारहवीं क्लास में भी एडमिशन के लिए परीक्षा के ऑप्शन होते हैं. स्टूडेंट्स सिर्फ एक ही बार एप्लीकेशन भर सकते हैं.
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