Home Latest News & Updates लगातार बारिश से पंजाब में बाढ़ का खतराः सतलुज, ब्यास और रावी नदियां उफान पर, फिरोजपुर से पलायन शुरू

लगातार बारिश से पंजाब में बाढ़ का खतराः सतलुज, ब्यास और रावी नदियां उफान पर, फिरोजपुर से पलायन शुरू

by Sanjay Kumar Srivastava
0 comment
heavy rain in punjab

Flood crisis in Punjab: कालूवाला, टेंडी वाला, चांदीवाला, गट्टी राजो के, नवी गट्टी राजो के, बस्ती रहीम और अन्य गांवों के कई लोगों ने अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है.

Flood crisis in Punjab: पंजाब में पिछले दो दिनों से लगातार हो रही बारिश ने कपूरथला जिले में बाढ़ की स्थिति और खराब कर दी है, जबकि फिरोजपुर में लोगों ने विशेष रूप से नदी किनारे बसे गांवों के लोगों ने अपना घर खाली करना शुरू कर दिया है. सतलुज, ब्यास और रावी नदियां और मौसमी छोटी नदियां भारी वर्षा, पौंग और भाखड़ा बांधों से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के कारण उफान पर हैं, जिससे पंजाब के कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं. कपूरथला जिले के कई गांवों में बाढ़ की स्थिति मंगलवार को लगातार बारिश के बाद बिगड़ गई और उफनती ब्यास नदी ने बड़े पैमाने पर कृषि भूमि को जलमग्न कर दिया. फिरोजपुर जिले में हरिके से हुसैनीवाला तक बहाव का स्तर बारिश के बाद फिर से बढ़ गया, जिससे बाढ़ की आशंका पैदा हो गई. कालूवाला, टेंडी वाला, चांदीवाला, गट्टी राजो के, नवी गट्टी राजो के, बस्ती रहीम और अन्य गांवों के कई लोगों ने अपना सामान सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाना शुरू कर दिया है.

अतिरिक्त उपायुक्त की गांव खाली करने की अपील

सोमवार रात अतिरिक्त उपायुक्त दमनदीप सिंह टेंडीवाला गांव पहुंचे और उन्होंने ग्रामीणों को गांव खाली करने की सलाह भी दी. नवी गट्टी राजो के निवासी कुलवंत सिंह ने कहा कि इन गांवों के निवासी बाढ़ के डर में जी रहे हैं. कुलवंत ने कहा कि हमने अपना ज़रूरी सामान पैक करना शुरू कर दिया है और अगर जलस्तर थोड़ा और बढ़ा तो हमें अपने परिवारों के साथ सुरक्षित जगहों पर जाना होगा. कई परिवारों ने अपना सामान पहले ही अपनी छतों पर रख लिया है. उन्होंने आगे कहा कि वह और उनका परिवार पिछले कई दिनों से सोए नहीं हैं. तीन तरफ से सतलुज नदी और चौथी तरफ से पाकिस्तान से घिरे कालूवाला गांव के निवासी स्वर्ण सिंह ने कहा कि उनकी तीन एकड़ ज़मीन पर बोई गई पूरी फसल जलमग्न हो गई है. स्वर्ण सिंह ने दुख जताते हुए कहा कि 2023 में मुझे भारी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा और अब फिर से मेरी फसलें लगभग बर्बाद हो गई हैं क्योंकि जलस्तर दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है.

शहरी इलाके में भी हालात खराब

हबीब के गांव के निवासी प्रीतम सिंह ने कहा कि प्रशासन को सतलुज नदी पर तटबंधों को मजबूत करने पर ध्यान देना चाहिए. प्रीतम सिंह ने कहा कि तटबंधों को मज़बूत बनाने का काम पूरा हो चुका है. प्रशासन को लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए समय-समय पर तटबंधों की मज़बूती की समीक्षा करनी चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि अगर इस तरफ़ से ‘बंध’ (मिट्टी का तटबंध) को कुछ हुआ, तो पूरा शहरी इलाका डूब जाएगा और हज़ारों लोगों की जान ख़तरे में पड़ जाएगी. पिछले दो दिनों में इस सीमावर्ती ज़िले में 45 मिमी बारिश दर्ज की गई है. शहरी इलाके में भी स्थिति उतनी ही चिंताजनक है, जहां कई सड़कें जलमग्न हो गई हैं, जिससे यात्रियों को भारी असुविधा हो रही है. कुछ निचले इलाकों में लोग घुटनों तक पानी में चल रहे हैं, जबकि यातायात कछुए की गति से चल रहा है.

मूसलाधार बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त

मूसलाधार बारिश ने रोज़मर्रा की गतिविधियों को भी बाधित कर दिया. बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए कुछ स्कूलों को सामान्य से पहले ही बंद करना पड़ा. कपूरथला जिले के सुल्तानपुर लोधी में कई गांव और निचले इलाके पिछले कई दिनों से बाढ़ की स्थिति का सामना कर रहे थे. लेकिन उन्होंने कहा कि अब लगातार बारिश ने स्थिति को और खराब कर दिया है. इस बीच पर्यावरणविद् और राज्यसभा सांसद बलबीर सिंह सीचेवाल ने कहा कि अहलीकलां गांव के पास अस्थायी बांध में दरार आने से 36 और गांवों में बाढ़ आ गई, जिससे धान की फसल जलमग्न हो गई.

ये भी पढ़ेंः मॉनसून मचा रहा कहर, इस हफ्ते भी नहीं रुकेगी बारिश; जानें क्या है आपके शहर का हाल

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?