Home Top News ‘चुनावों से पहले रूस ने किया वेबसाइटों पर हमला…’ राष्ट्रपति पुतिन पर डेनमार्क का बड़ा हमला

‘चुनावों से पहले रूस ने किया वेबसाइटों पर हमला…’ राष्ट्रपति पुतिन पर डेनमार्क का बड़ा हमला

by Sachin Kumar
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Denmark-Russia Controversy : साइबर हमलों को लेकर जर्मनी के बाद अब डेनमार्क ने भी गंभीर आरोप लगाए हैं. हाल ही में डेनिश अधिकारियों ने असेसमेंट के बाद बताया कि देश में चुनावों से पहले रूस ने वॉटर यूटिलिटी पर हमला किया है.

Denmark-Russia Controversy : डेनमार्क के अधिकारियों ने इस हफ्ते एक नए असेसमेंट में कहा कि रूस ने 2024 और 2025 में डेनमार्क में इंफ्रास्ट्रक्चर और वेबसाइटों पर साइबर हमले किए . डेनमार्क की डिफेंस इंटेलिजेंस सर्विस (DIS) ने गुरुवार को अपने एक बयान में कहा कि मास्को 2024 में एक डेनिश वॉटर यूटिलिटी पर विनाशकारी और बाधा डालने के लिए रूस को जिम्मेदार बताया. DIS ने आगे कहा कि ये हमले पश्चिम के खिलाफ रूस के हाइब्रिड युद्ध का हिस्सा थे और अस्थिरता पैदा करने की एक कोशिश की गई. इसके अलावा इस रिपोर्ट में यह भी दावा किया गया है कि मास्को के साइबर हमले उन देशों पर किए गए हैं जो प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से यूक्रेन को समर्थन कर रहे हैं.

147 घटनाओं का डॉक्यूमेंट किया

डेनमार्क ने यह भी दावा किया कि ये हमने उन बढ़ती घटनाओं में से एक हैं जिनके बारे में पश्चिम के अधिकारियों का कहना है कि ये पूरे यूरोप में रूस द्वारा रचे हमलों का हिस्सा हैं. वहीं, एसोसिएटेड प्रेस (AP) के एक डेटाबेस ने 147 घटनाओं का डॉक्यूमेंट किया है, जिसमें इस हफ्ते डेनमार्क द्वारा रिपोर्ट किए गए दो मामले भी शामिल हैं. साथ ही कई सारी घटनाएं सार्वजनिक नहीं होती है और कभी-कभी कुछ घटनाओं को लिंक करने में समय काफी समय लग जाता है. डेनमार्क के अधिकारियों कहना है कि मास्को लगातार यूरोप की कमजोरियों की पहचान करके उनके संसाधनों को खत्म करने की कोशिश कर रहा है.

साइबर हमले पर बर्लिन ने किया राजदूत को तलब

इसके अलावा डेनिश एजेंसी ने कहा कि एक ग्रुप ने साल 2024 में वॉटर यूटिलिटी पर खतरनाक हमला किया था और एक अलग ग्रुप ने चुनावों से पहले डेनिश वेबसाइटों पर साइबर हमले के लिए जिम्मेदार बताया था. एजेंसी ने अपने बयान में आगे कहा कि रूसी सरकार दोनों ग्रुपों को पश्चिम के खिलाफ अपने हाइब्रिड युद्ध के हथियार के रूप में इस्तेमाल करते हुए दिखती है. उन्होंने बताया कि इन हमलों का सीधा उद्देश्य है कि यूक्रेन की मदद करने वाले देशों में असुरक्षा पैदा करना और यूक्रेन का समर्थन करने वालों को दंडित करना है. जर्मन अधिकारियों का कहना है कि 12 दिसंबर को बर्लिन में रूस के राजदूत को तलब किया, जब विदेश मंत्रालय ने मास्को पर तोड़फोड़, साइबर हमले और चुनाव में दखलअंदाजी का आरोप लगाया. जर्मन विदेश मंत्रालय प्रवक्ता मार्टिन गीसे ने कहा कि इसमें 2024 में जर्मन एयर ट्रैफिक कंट्रोल के खिलाफ एक साइबर हमला भी शामिल है.

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