Home International अमेरिका का चुनावी खेल बदलने आ गऐ हैं एलन मस्क; क्या ट्रंप को देंगे टक्कर या बनाएंगे रास्ता आसान

अमेरिका का चुनावी खेल बदलने आ गऐ हैं एलन मस्क; क्या ट्रंप को देंगे टक्कर या बनाएंगे रास्ता आसान

by Jiya Kaushik
0 comment
एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप के बीच की सियासी खाई अब खुलकर सामने आ गई है.

Elon Musk New Party: अब देखना ये है कि मस्क इस पार्टी को सिर्फ ऑनलाइन पोल और बयानबाज़ी तक सीमित रखते हैं, या सच में मैदान में उतरकर अमेरिकी राजनीति का चेहरा बदल देते हैं.

Elon Musk New Party: दुनिया के सबसे चर्चित उद्योगपतियों में शामिल एलन मस्क अब राजनीति के मैदान में कूद पड़े हैं. 4 जुलाई, अमेरिका के स्वतंत्रता दिवस पर उन्होंने घोषणा कर दी कि वे अमेरिका में एक नई राजनीतिक पार्टी “अमेरिका पार्टी” शुरू कर रहे हैं. यह घोषणा उन्होंने X (पूर्व में ट्विटर) पर एक पोल के जरिए की और देखते ही देखते इसने सोशल मीडिया से लेकर न्यूज रूम तक हलचल मचा दी.

बता दें, अमेरिका में अब तक दो ही बड़ी पार्टियां सत्ता में रही हैं, रिपब्लिकन और डेमोक्रेट. लेकिन मस्क ने इन दोनों को सीधे चुनौती दी है. उनका यह कदम राजनीति में एक नया अध्याय शुरू कर सकता है, जहां टेक्नोलॉजी, उद्यमिता और वैकल्पिक नेतृत्व साथ चलेंगे. क्योंकि अब सवाल ये नहीं कि “ट्रंप जीतेगा या बाइडन”; अब सवाल है, “क्या एलन मस्क वाकई अमेरिका का अगला गेमचेंजर साबित होंगे?”

ट्रंप बनाम मस्क; दो ‘आउटसाइडर्स’ की टकराहट

एलन मस्क और डोनाल्ड ट्रंप दोनों को ही सिस्टम से बाहर के नेताओं के रूप में देखा जाता है. लेकिन अब उनके रास्ते अलग हो चुके हैं. मस्क ने ट्रंप के ‘One Big Beautiful Bill’ नामक कानून की खुलकर आलोचना की थी, जिसके तहत प्रवासियों के निर्वासन के लिए भारी बजट की व्यवस्था की गई थी. यही नहीं, मस्क ने सरकार की अक्षमता पर भी तंज कसा और ‘डिपार्टमेंट ऑफ गवर्नमेंट एफिशिएंसी’ के प्रमुख पद से इस्तीफा भी दे दिया.

अब यह नई पार्टी मस्क को न केवल ट्रंप का विकल्प बनाएगी, बल्कि उन मतदाताओं को भी लुभा सकती है जो रिपब्लिकन की कट्टर नीतियों या डेमोक्रेट्स की पारंपरिक सोच से असहमत हैं.

क्या इससे ट्रंप को फायदा मिलेगा या नुकसान?

यह सवाल अब सभी विश्लेषकों की जुबान पर है. एलन मस्क की अमेरिका पार्टी के मैदान में उतरने से रिपब्लिकन वोटों में सेंध लग सकती है, खासकर उन राज्यों में जहां वोटों का अंतर बहुत कम होता है. मस्क की पार्टी उन टेक-सेवी, युवा और एंटी-एस्टैब्लिशमेंट मतदाताओं को आकर्षित कर सकती है जो अभी रिपब्लिकन के पाले में हैं.

हालांकि एक दूसरा नजरिया यह भी कहता है कि मस्क की पार्टी एक तरह का “प्रेशर वॉल्व” बन सकती है, जहां असंतुष्ट मतदाता रिपब्लिकन से दूरी तो बना सकते हैं, लेकिन पूरी तरह अलग ध्रुव पर नहीं जाएंगे. यह ट्रंप के वोटबैंक को किसी अतिवादी विकल्प से बचा सकता है. वहीं अगर मस्क, डेमोक्रेट्स से ज्यादा वोट खींचने में सफल होते हैं, तो यह सीधे-सीधे ट्रंप को फायदा पहुंचा सकता है. इसलिए कहा जा रहा है, मस्क हारें या जीतें, किसी न किसी रूप में ट्रंप को लाभ मिल सकता है.

‘मस्क स्टाइल पॉलिटिक्स’ क्या बदलेगी खेल?

एलन मस्क टेक्नोलॉजी की दुनिया के उस्ताद हैं और अब वे राजनीति में भी इनोवेशन लाने की तैयारी कर चुके हैं. AI आधारित मतदाता विश्लेषण, ब्लॉकचेन वोटिंग, डिजिटल प्रचार तकनीक, क्राउडफंडिंग का विकेंद्रीकरण, ये सब चीजें अमेरिकी चुनावी राजनीति में अब तक बहुत सीमित रही हैं.

अगर मस्क इन तकनीकों का सफल प्रयोग करते हैं तो बाकी दलों, खासकर ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी पर दबाव बढ़ सकता है. अमेरिकी राजनीति के पुराने ढांचे में यह एक नई ‘टेस्ला’ जैसी एंट्री हो सकती है, तेज, स्मार्ट और दिशा बदलने वाली.

एलन मस्क की राजनीति में एंट्री-धमाका या धमकी?

एलन मस्क की अमेरिका पार्टी ना सिर्फ एक नई राजनीतिक ताकत बनने जा रही है, बल्कि यह अमेरिका की पारंपरिक दो-पार्टी व्यवस्था को भी चुनौती देने वाली है. यह पार्टी एक तरफ ट्रंप को सीधी टक्कर दे सकती है, तो दूसरी ओर उनके लिए अप्रत्यक्ष सहारा भी बन सकती है.

यह भी पढ़ें: इजरायल से जंग के बाद पहली बार जनता के बीच नजर आए खामेनेई, समर्थकों ने लगाए नारे

You may also like

Feature Posts

Newsletter

Subscribe my Newsletter for new blog posts, tips & new photos. Let's stay updated!

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?
-
00:00
00:00
Update Required Flash plugin
-
00:00
00:00