Jaishankar Talks Taliban Foreign Minister : भारत और पाक के बीच बढ़ते तनाव के बाद से एस जयशंकर ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से बातचीत की है जिसकी वजह से पाकिस्तान की टेंशन बढ़ती दिखाई दे रही है.
Jaishankar Talks Taliban Foreign Minister : भारत और पाक के बीच बढ़ते तनाव के बीच विदेश मंत्री एस जयशंकर ने तालिबान के विदेश मंत्री आमिर खान मुत्तकी से बात की है. इसे लेकर पाकिस्तान की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं. इस बातचीत में भारत-अफगान पारंपरिक मित्रता, विकास सहयोग और हाल में हुए पहलगाम हमले को लेकर कई मुद्दे पर चर्चा हुई है.
बातचीत में क्या बोले जयशंकर?
यहां आपको बता दें कि इस ऐतिहासिक बातचीत में जयशंकर ने अफगान के लोगों से भारत के साथ मित्रता पर बात करते हुए कहा कि उनके विकास की जरूरतों के लिए लगातार समर्थन की प्रतिबद्धता दोहराई. दोनों देशों के बीच बात उस समय हुई है जब तालिबान सरकार ने 22 अप्रैल को हुए पहलगाम आतंकी हमले की सार्वजनिक तौर पर निंदा की थी.
पहलगाम हमले पर चर्चा और निंदा
इस दौरान जयशंकर की तालिबान सरकार के विदेश मंत्री मुत्ताकी से हुई बातचीत में उन्होंने पहलगाम हमले को लेकर उनकी ओर से की गई निंदा का स्वागत किया. हालांकि, इससे पहले तालिबान के विदेश मंत्री मुत्ताकी और भारत के विदेश सचिव विक्रम मिसरी के बीच दुबई में जनवरी में बातचीत हुई थी.

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नहीं चलेगा भारत विरोधी अभियान
गौरतलब है कि इस बातचीत से ये तो साफ हो गया है कि भारत और पाकिस्तान में लगातार चल रहे तनाव के बीच राजधानी दिल्ली और काबुल में घटती दूरी से साफ संदेश मिल रहा है कि पड़ोसी देश पाकिस्तान अब अफवाहों से भारत विरोधी अभियान अफगानिस्तान में नहीं चला पाएगा. इस कड़ी में तालिबान ने पहले ही साफ कर दिया है कि वो अपनी जमीन का इस्तेमाल भारत विरोधी किसी गतिविधि के लिए नहीं होने देगा.
सोशल मीडिया पर साझा की जानकारी
इस बातचीत के बाद जयशंकर ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर पोस्ट कर इसकी जानकारी दी है. उन्होंने पोस्ट में कहा कि कार्यवाहक अफगान विदेश मंत्री मावलवी अमीर खान मुत्ताकी से बातचीत हुई. इस दौरान जयशंकर ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा करने पर उनकार आभार व्यक्त किया है. उन्होंने आगे लिखा कि अफगान जनता के साथ हमारी पारंपरिक मित्रता और विकास की हमारी प्रतिबद्धता को दोहराया.
पहली बार हुई आधिकारिक बातचीत
आपको बता दें कि ये यह पहली बार है जब भारत और तालिबान के बीच राजनीतिक लेवल पर बातचीत हुई है. हालांकि, भारत ने तालिबान सरकार को औपचारिक मान्यता नहीं दी है. इससे पहले भी जनवरी 2025 में भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने दुबई में मुत्ताकी से मुलाकात की थी.
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