Pakistan-Afghanistan Peace Talk Failed: अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच जारी तीसरे दौर की शांति वार्ती बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई. बातचीत का तीसरा दौर गुरुवार को शुरू हुआ और दो दिनों तक चला.
8 November, 2025
Pakistan-Afghanistan Peace Talk Failed: पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच हो रही शांति वार्ता एक बार फिर नाकामयाब हो गई. दोनों देश किसी भी फैसले पर सहमत नहीं हुए. अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच जारी तीसरे दौर की शांति वार्ती बिना किसी समझौते के समाप्त हो गई. अधिकारियों के मुताबिक, पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच शांति वार्ता बिना किसी समझौते के खत्म हो गई, क्योंकि सीमा पार आतंकवाद जैसे मुद्दों पर गतिरोध बना रहा
कहां फंसा पेंच
बातचीत का तीसरा दौर गुरुवार को शुरू हुआ और दो दिनों तक चला. अधिकारियों के मुताबिक, इस बातचीत में अफगानिस्तान द्वारा तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP) के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई करने का लिखित आश्वासन नहीं दिया गया, जिन पर अफगान धरती का इस्तेमाल करके पाकिस्तान पर हमला करने का आरोप है. पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने शुक्रवार रात को एक टीवी चैनल को बताया कि बातचीत रोक दी गई है और चौथे दौर की बातचीत की कोई संभावना नहीं है.

मंत्री ने दोनों पड़ोसी देशों के बीच तनाव को कम करने के लिए तुर्की और कतर के ईमानदार प्रयासों के लिए उनका धन्यवाद किया. उन्होंने कहा, “वे हमारे रुख का समर्थन करते हैं. यहां तक कि अफगान प्रतिनिधिमंडल भी हमसे सहमत था. हालांकि, वे एक लिखित समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए तैयार नहीं थे.” उन्होंने आगे कहा कि पाकिस्तान केवल एक औपचारिक, लिखित समझौते को ही स्वीकार करेगा. उन्होंने कहा, “वे मौखिक आश्वासन स्वीकार करवाना चाहते थे, जो अंतरराष्ट्रीय बातचीत में संभव नहीं है.”आसिफ ने कहा कि मध्यस्थों ने अपनी पूरी कोशिश की लेकिन आखिरकार उन्होंने उम्मीद छोड़ दी. उन्होंने कहा, “अगर उनमें थोड़ी भी उम्मीद होती, तो वे हमसे रुकने के लिए कहते. हमारा खाली हाथ लौटना यह दिखाता है कि उन्होंने काबुल से भी उम्मीद छोड़ दी है.”
अफगानिस्तान को दी चेतावनी
मंत्री ने दोहराया कि “पाकिस्तान का रुख साफ है. हमारी एकमात्र मांग यह है कि अफगानिस्तान यह सुनिश्चित करे कि उसकी धरती का इस्तेमाल पाकिस्तान पर हमलों के लिए न हो.” उन्होंने चेतावनी दी कि अगर उकसाया गया तो पाकिस्तान जवाब देगा. उन्होंने कहा, “अगर अफगान धरती से कोई हमला होता है, तो हम उसी के अनुसार जवाब देंगे. जब तक कोई आक्रामकता नहीं होती, तब तक संघर्ष विराम बरकरार रहेगा.”
तीन राउंड की शांति वार्ता फेल
बता दें, बातचीत 29 अक्टूबर को दोहा में शुरू हुई, जिसमें कतर और तुर्की दोनों पक्षों के बीच मध्यस्थता करवा रहे थे. यह बातचीत 11 से 15 अक्टूबर के बीच हुई झड़पों के बाद हुई थी, जिसमें दोनों देशों में झड़प हुई थी. पहला राउंड बिना किसी ठोस नतीजे के खत्म हो गया, लेकिन दोनों पक्ष 25 अक्टूबर को इस्तांबुल में एक और राउंड के लिए सहमत हुए. दूसरा राउंड भी बेनतीजा रहा. तीसरा और लेटेस्ट राउंड में भी दोनों देशों में बात नहीं बनी.
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