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रूस को पीछे धकेलने के लिए यूक्रेन ने की तैयारी शुरू! पश्चिम का मांगा सहयोग; जानें क्या है मामला

by Sachin Kumar
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Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन के बीच जंग पहले से ज्यादा गंभीर होने जा रही है. यूक्रेन ने एक उस नीति पर काम कर रहा है जिससे रूस को पीछे धकेलने सके. इसके लिए उसने पश्चिम से सहयोग का आग्रह किया है.

Russia-Ukraine War : रूस और यूक्रेन युद्ध चौथे साल में प्रवेश करने के बाद भी शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. अभी दोनों देशों की तरफ से हमले जारी है और आने वाले वक्त में भी नहीं लग रहा है कि युद्ध समाप्त होगा. इसी बीच यूक्रेन ने रूस को पीछे धकलने के लिए नए स्तर पर तैयारियां शुरू कर दी है और इसके लिए उसने पश्चिम के देशों का सहयोग मांगा है. यूक्रेन के नाटो सदस्यता कम होने के साथ पश्चिमी सहयोगियों ने रूसी आक्रमण को रोकने में मदद के लिए एक वैकल्पिक रणनीति अपनाई है. बताया जा रहा है कि पश्चिम यूक्रेन के हथियार उद्योग में अरबों डॉलर का निवेश करेगा, ताकि वह अपनी बेहतर रक्षा कर सके.

अत्याधुनिक ड्रोन में करेगा सहायता

बताया जा रहा है कि अगर पश्चिम का हथियार में निवेश करने की रणनीति कारगर होती है तो यूक्रेन का हथियार उद्योग अमेरिकी और यूरोपीय सेनाओं को भी अत्याधुनिक ड्रोन और अन्य सैन्य तकनीक से लैस करने में मदद कर सकेगा. यूक्रेन के शस्त्रागार में एक हालिया प्रगति एक क्वाडकॉप्टर ड्रोन है जो रूसी जैमिंग उपकरणों से बच सकता है, 20 किलोमीटर से ज्यादा की उड़ान भर सकता है और टैंकों पर करीब 6 किलोग्राम विस्फोटक गिरा सकता है. वहीं, ट्रंप प्रशासन ने यूक्रेन के दूत कीथ केलॉग से एक सम्मेलन में कहा था कि ड्रोन तकनीक के मामले में यूक्रेन दुनिया में अग्रणी है. अब हम यूक्रेन के साथ मिलकर यह सुनिश्चित करने के लिए काम कर रहे हैं कि हमें ड्रोन तकनीक का यह आदान-प्रदान मिले, जो मुझे लगता है कि बहुत महत्वपूर्ण है.

मदद के लिए नहीं रहना चाहिए US पर निर्भर

ट्रंप प्रशासन ने अपने दूसरे कार्यकाल में यह संकेत देना शुरू कर दिया है कि नाटो सदस्यों को अपनी रक्षा के लिए अमेरिका पर ज्यादा निर्भर नहीं रहना चाहिए. उसके बाद से ही यूरोपीय देशों को रूस से उत्पन्न खतरे को अधिक गंभीरता से लेना शुरू कर दिया है. पिछले हफ्ते बेलारूस से छोड़ी गए रूसी ड्रोनों को पोलिश हवाई क्षेत्र में मार गिराए जाने के बाद से यूरोप की चिंताएं काफी बढ़ गई है. अपनी तरफ से यूक्रेन अपने हथियारों के उत्पादन को तिगुना करने, रूस से लड़ने के लिए पश्चिमी सहयोगियों पर निर्भर होने और भविष्य के संघर्षों को रोकने के लिए निवेश की तलाश कर रहा है. यूक्रेन के रक्षा मंत्री के मुताबिक, यूक्रेन का हथियार उद्योग उसकी सेना की करीब 60 फीसदी जरूरतों को पूरा कर रहा है, यही वजह है कि वह हथियारों और धन के लिए पश्चिम सहयोगियों की तरफ रुख कर रहा है.

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