Russia Train Accident : ब्रायंस्क रेल हादसा रूस-यूक्रेन संघर्ष के बीच एक नई चिंता का विषय बन गया है. जहां एक ओर यह हादसा सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े करता है, वहीं दूसरी ओर इससे दोनों देशों के बीच तनाव और भी बढ़ सकता है.
Russia Train Accident : रूस के ब्रायंस्क में रविवार, 1 जून को एक भीषण रेल हादसे में अब तक 7 लोगों की मौत हो गई, जबकि 30 से अधिक लोग घायल हुए हैं. यह हादसा पुल के अचानक ढह जाने की वजह से हुआ. कुछ लोगों का कहना है की इस हादसे के पीछे यूक्रेन का हाथ है. क्योंकि ये हादसा यूक्रेन सीमा के नजदीक स्थित विगोनिचस्की जिले में एक रेल पुल के अचानक ढह जाने से हुआ. उसके ऊपर से गुजर रही एक ट्रेन इंजन समेत कई डिब्बों सहित पटरी से उतर गई. मृतकों में ट्रेन का लोकोमोटिव ड्राइवर भी शामिल है.
रेस्क्यू कार्य जारी
हादसे की जानकारी मिलते ही राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया. रूसी आपातकालीन सेवा के अनुसार, मौके पर 180 से अधिक कर्मचारी तैनात किए गए हैं, जो मलबे में फंसे लोगों को निकालने और घायल यात्रियों को अस्पताल पहुंचाने में जुटे हैं. घायलों में दो बच्चे भी शामिल हैं, जिनमें से एक की हालत गंभीर बताई जा रही है.
दुर्घटना या साजिश?
रूसी रेलवे प्रशासन और अधिकारियों का मानना है कि यह हादसा सामान्य तकनीकी खामी नहीं बल्कि एक पहले से सोची-समझी साजिश का नतीजा हो सकता है. वहीं, एक रूसी टेलीग्राम चैनल ‘बाज़ा’ ने बिना किसी आधिकारिक पुष्टि के दावा किया है कि पुल को जानबूझकर विस्फोट से उड़ाया गया. हालांकि, अंतरराष्ट्रीय समाचार एजेंसी रॉयटर्स ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है, और न ही यूक्रेनी पक्ष से अब तक कोई आधिकारिक बयान सामने आया है.

संदेह के घेरे में आया यूक्रेन
हादसे के पीछे यूक्रेन के हाथ को लेकर संदेह गहराता जा रहा है. बता दें, विगोनिचस्की जिला यूक्रेन सीमा से महज 100 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और इससे पहले भी ब्रायंस्क, कुर्स्क और बेलगोरोड क्षेत्रों में सीमा पार से हमलों और ड्रोन हमलों की घटनाएं सामने आ चुकी हैं. रूसी अधिकारियों का कहना है कि यूक्रेन की ओर से लगातार गुप्त छापेमारी, गोलाबारी और ड्रोन अटैक किए जा रहे हैं, खासकर सीमावर्ती इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है.
राजनीतिक प्रतिक्रिया और वार्ता की उम्मीद
हादसे के बाद वैश्विक स्तर पर भी प्रतिक्रियाएं सामने आई हैं. अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूस और यूक्रेन से शांति वार्ता का रास्ता अपनाने की अपील की है. उन्होंने कहा कि यह युद्ध अब वैश्विक स्थिरता को खतरे में डाल रहा है और इसे समाप्त करने के लिए तुरंत प्रयास किए जाने चाहिए.
इस बीच, रूस ने इस्तांबुल में यूक्रेनी प्रतिनिधियों के साथ दूसरे दौर की शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा है. हालांकि, यूक्रेन की ओर से अभी इस वार्ता में भागीदारी की पुष्टि नहीं हुई है. यूक्रेनी अधिकारियों ने कहा है कि वे पहले रूस के प्रस्तावों की समीक्षा करेंगे.
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