Home International भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर ट्रंप का बड़ा बयान, “भारत किसी को एंट्री नहीं देता, मगर हम..’

भारत-अमेरिका व्यापार समझौते पर ट्रंप का बड़ा बयान, “भारत किसी को एंट्री नहीं देता, मगर हम..’

by Rishi
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TRUMP-MODI

India-US Trade Deal: भारत ने हाल के महीनों में अमेरिकी वस्तुओं जैसे बोरबॉन व्हिस्की, मोटरसाइकिल और कुछ अन्य उत्पादों पर टैरिफ कम किए हैं. लेकिन, अमेरिका के साथ भारत का व्यापार घाटा 45 अरब डॉलर है.

India-US Trade Deal: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ एक बड़े व्यापार समझौते की संभावना जताते हुए कहा है कि भारत और अमेरिका जल्द ही एक ऐसे समझौते पर हस्ताक्षर कर सकते हैं, जिसमें “काफी कम टैरिफ” होंगे. ट्रंप ने मंगलवार को एयर फोर्स वन में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “भारत अभी किसी को अपने बाजार में घुसने नहीं देता. लेकिन मुझे लगता है कि भारत अब ऐसा करेगा. अगर वे ऐसा करते हैं, तो हम काफी कम टैरिफ पर एक समझौता करने जा रहे हैं.” यह बयान ट्रंप ने उस समय दिया, जब भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक वार्ताएं 9 जुलाई की समयसीमा से पहले तेज हो गई हैं.

BTA पर चर्चा पिछले कुछ महीनों से चल रही

भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार समझौते (BTA) पर चर्चा पिछले कुछ महीनों से चल रही है. ट्रंप ने 2 अप्रैल को भारत सहित कई देशों पर “पारस्परिक टैरिफ” की घोषणा की थी, जिसमें भारत पर 26% टैरिफ लगाने की बात कही गई थी. हालांकि, 9 अप्रैल को इसे 90 दिनों के लिए स्थगित कर दिया गया, जो अब 9 जुलाई को समाप्त हो रहा है. इस समयसीमा से पहले भारत अपने व्यापारिक हितों को सुरक्षित करने के लिए तेजी से बातचीत कर रहा है.

“भारत में बिक्री करना बहुत मुश्किल”: ट्रंप

ट्रंप ने कहा, “भारत में बिक्री करना बहुत मुश्किल है, मगर अब वे हमें एक ऐसा समझौता दे रहे हैं, जिसमें वे वस्तुतः कोई टैरिफ नहीं लेंगे.” उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि भारत की ओर से अमेरिकी सामानों पर टैरिफ को “न के बराबर” करने की पेशकश की गई है. हालांकि, भारत के विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने ट्रंप के इस दावे को “जल्दबाजी” करार देते हुए कहा कि बातचीत अभी चल रही है और “सब कुछ तय होने तक कुछ भी तय नहीं है.”

किन वस्तुओं पर भारत ने लगाया कम टैरिफ

भारत ने हाल के महीनों में अमेरिकी वस्तुओं जैसे बोरबॉन व्हिस्की, मोटरसाइकिल और कुछ अन्य उत्पादों पर टैरिफ कम किए हैं. लेकिन, अमेरिका के साथ भारत का व्यापार घाटा 45 अरब डॉलर है, जिसे ट्रंप कम करना चाहते हैं. भारत अपने कृषि क्षेत्र, विशेष रूप से डेयरी और छोटे किसानों के हितों की रक्षा के लिए सख्त रुख अपनाए हुए है. दूसरी ओर, अमेरिका भारत से अपने कृषि उत्पादों जैसे सोयाबीन, मक्का और डेयरी के लिए बाजार में अधिक पहुंच चाहता है.

पियूष गोयल के नेतृत्व में चल रही बातचीत

भारत के वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वाशिंगटन में अपनी बातचीत को बढ़ाया है, ताकि इस समझौते को अंतिम रूप दिया जा सके. भारत ने अमेरिकी सामानों पर 60% टैरिफ लाइनों को शून्य करने और 90% वस्तुओं के लिए तरजीही पहुंच की पेशकश की है. दोनों देशों का लक्ष्य 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 191 अरब डॉलर से बढ़ाकर 500 अरब डॉलर तक करना है.

ट्रंप के बयानों पर भारत में कुछ आलोचनाएं भी सामने आई हैं. कांग्रेस ने दावा किया कि ट्रंप के सामने भारत को “झुकने” के लिए मजबूर किया गया है. हालांकि, भारतीय अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि कोई भी समझौता भारत के हितों को सर्वोपरि रखकर होगा. यह समझौता भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा दे सकता है, मगर दोनों पक्षों को संतुलित और पारस्परिक लाभकारी शर्तों पर सहमति बनानी होगी.

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