UNSC Meeting: पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. हाल के महीनों में ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को लेकर चल रही बातचीत में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई थी.
UNSC Meeting: संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने अमेरिका द्वारा ईरान की न्यूक्लियर साइटों पर किए गए सैन्य हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए गंभीर खतरा करार दिया है. संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद को संबोधित करते हुए गुटेरेस ने कहा, “इस संकटमय घड़ी में अराजकता के भंवर से बचना अत्यावश्यक है. हम शांति का मार्ग नहीं छोड़ सकते.” उन्होंने सभी पक्षों से अधिकतम संयम बरतने और तनाव को कम करने की अपील की, साथ ही इस संकट का कोई सैन्य समाधान न होने की बात दोहराई.
गुटेरेस ने अपने बयान में चेतावनी दी
गुटेरेस ने अपने बयान में चेतावनी दी कि अमेरिका की इस कार्रवाई से मध्य पूर्व क्षेत्र में पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति और खराब हो सकती है. उन्होंने कहा, “ईरान की न्यूक्लियर सुविधाओं पर हमला एक खतरनाक कदम है, जो इस क्षेत्र को विनाश के एक और चक्र की ओर ले जा सकता है.” उन्होंने जोर देकर कहा कि कूटनीति ही इस संकट से निपटने का एकमात्र रास्ता है. गुटेरेस ने सभी पक्षों से तत्काल और निर्णायक रूप से युद्ध को रोकने और गंभीर, सतत वार्ताओं की दिशा में आगे बढ़ने का आह्वान किया.
अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर
पिछले कुछ दिनों से अमेरिका और ईरान के बीच तनाव चरम पर है. हाल के महीनों में ईरान के न्यूक्लियर कार्यक्रम को लेकर चल रही बातचीत में कोई ठोस प्रगति नहीं हुई थी. इस बीच, अमेरिका ने ईरान की न्यूक्लियर सुविधाओं पर सैन्य कार्रवाई करने का फैसला किया, जिसे कई विशेषज्ञों ने क्षेत्रीय स्थिरता के लिए जोखिम भरा कदम बताया है. संयुक्त राष्ट्र के सूत्रों के अनुसार, इस हमले से न केवल ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ा है, बल्कि इससे मध्य पूर्व में व्यापक संघर्ष की आशंका भी बढ़ गई है.
सैन्य कार्रवाई से कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सकता
गुटेरेस ने सुरक्षा परिषद में अपने संबोधन में इस बात पर जोर दिया कि सैन्य कार्रवाई से कोई स्थायी समाधान नहीं निकल सकता. उन्होंने कहा, “इस क्षेत्र में पहले से ही कई चुनौतियां हैं. एक और युद्ध न केवल क्षेत्रीय, बल्कि वैश्विक शांति के लिए विनाशकारी होगा.” उन्होंने सभी पक्षों से अंतरराष्ट्रीय कानून का पालन करने और संयुक्त राष्ट्र चार्टर के सिद्धांतों का सम्मान करने की अपील की.
इस हमले के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय की प्रतिक्रियाएं भी सामने आई हैं. कई देशों ने इस कार्रवाई की निंदा की है, जबकि कुछ ने इसे क्षेत्रीय सुरक्षा के लिए आवश्यक कदम बताया है इस बीच, ईरान ने इस हमले को “अंतरराष्ट्रीय कानून का उल्लंघन” करार देते हुए कड़ा जवाब देने की चेतावनी दी है गुटेरेस ने अपने बयान में शांति की उम्मीद को जीवित रखने की बात कही. उन्होंने कहा, “शांति ही एकमात्र आशा है. हमें कूटनीतिक प्रयासों को दोगुना करना होगा और सभी पक्षों को बातचीत की मेज पर लाना होगा.” संयुक्त राष्ट्र अब इस संकट को सुलझाने के लिए मध्यस्थता की भूमिका निभाने की कोशिश कर रहा है, ताकि स्थिति को और बिगड़ने से रोका जा सके.
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