PM Modi Visit This City: कभी सोचा है, अगर दुनिया खत्म हो जाए, तो आगे क्या होगा? ये शहर आपको उस सवाल का जवाब देने बुला रहा है. पीएम मोदी का यहां पहुंचना इस शहर की वैश्विक पहचान को एक नया मोड़ दे रहा है.
PM Modi Visit This City: दुनिया में कुछ जगहें सवाल बनकर सामने आती हैं, क्या वाकई वहां कुछ है जहां से आगे कुछ नहीं? ये शहर सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, यह एक रहस्य है. यह वो शहर है जहां से अंटार्कटिका दिखता है. पीएम मोदी का यहां पहुंचना इस शहर की वैश्विक पहचान को एक नया मोड़ दे रहा है. अर्जेंटीना का एक ऐसा ही शहर है, जिसका नाम सुनते ही रोमांच की लहर दौड़ जाती है, उशुआइया. पीएम मोदी की हालिया यात्रा ने इस शहर को एक बार फिर सुर्खियों में ला दिया है, लेकिन यह शहर अपने आप में एक रहस्य है. इसे कहते हैं, “End of the World” पर ऐसा क्यों? आइए, इस रहस्य से परदा उठाते हैं.
आखिर कहां है उशुआइया?
दक्षिण अमेरिका का आखिरी सिरा, जहां जमीन खत्म होती है और समंदर शुरू होता है, वहीं बसा है उशुआइया. टिएरा डेल फ्यूगो की राजधानी, जहां से अंटार्कटिका सिर्फ 1000 किलोमीटर दूर है. यहां से आगे बस बर्फीली हवाएं, वीरान समंदर और सफेद सन्नाटा है. शायद यही वजह है कि इसे “दुनिया का आखिरी शहर” कहा जाता है.
नाम जो खुद में रहस्य है!

‘उशुआइया’नाम यामन जनजाति की भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है ‘गहरी खाई’. क्या यह खाई सच में भौगोलिक थी या इतिहास में दबी कोई और खाई थी? यहां हर पत्थर, हर दीवार कुछ न कुछ कहती है, बस सुनने वाला चाहिए.
कैदियों से बना शहर, जिनकी कहानियां आज भी दीवारों पर दर्ज हैं
1902 में यहां एक ऐसी जेल बनी, जहां देश के सबसे खतरनाक अपराधियों को भेजा गया. लेकिन इस जेल का निर्माण भी रहस्यमयी है, क्योंकि जिन कैदियों को सज़ा मिली, उन्होंने ही इस शहर की नींव रखी. वो कैदी यहां से बाहर कभी नहीं निकल सके, पर आज उनकी बनाई हुई इमारतें लोगों को बुलाती हैं. इस जेल को बाद में संग्रहालय में बदल दिया गया, लेकिन उनकी आत्माएं शायद आज भी यहां की दीवारों में कैद हैं.
दुनिया से परे की ओर पहला कदम
यह सिर्फ एक शहर नहीं है, यह वह अंतिम दरवाज़ा है जिसके बाद अनजान रास्ते हैं. बीगल चैनल, ग्लेशियर, जमी हुई झीलें और दूर कहीं दिखता अंटार्कटिका. ऐसा लगता है जैसे आप किसी और ही दुनिया में कदम रख रहे हों. हर कोना, हर मोड़ एक नई कहानी कहता है। एक सन्नाटा जो बोलता है.
कहीं यह अंत… एक शुरुआत तो नहीं?
कई लोग कहते हैं कि उशुआइया दुनिया का अंत है. लेकिन जो वहां गए हैं, वो कहते हैं कि यह अंत नहीं, बल्कि एक नई शुरुआत है। एक यात्रा भीतर की ओर, एक रोमांच जो मन की गहराइयों को छू लेता है.
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