Census: काफी समय से संशय था कि इसकी शुरूआत कबसे होगी. लेकिन आखिरकार संशय का अंत हुआ और अब गृहमंत्री अमित शाह ने इसको लेकर जानकारी दे दी है.
Census: भारत में जनगणना की अधिसूचना जारी कर दी गई है. 2027 में जनगणना की जाएगी. इसको लेकर काफी समय से संशय था कि इसकी शुरूआत कबसे होगी. लेकिन आखिरकार संशय का अंत हुआ और अब गृहमंत्री अमित शाह ने इसको लेकर जानकारी दे दी है. अधिसूचना में कहा गया है कि 1 मार्च 2027 की आधी रात की आधार तारीख माना जाएगा. लेकिन इसमें ये भी कहा गया है कि ज्यादा सर्दी वाले इलाके में जैसे लद्दाख, जम्मू-कश्मीर के कुछ हिस्सों और उत्तराखंड, हिमाचल प्रदेश में ये तारीख 1 अक्तूबर 2026 रखी गई है. ऐसा इसलिए क्योंकि इन हिस्सों में मौसम की कठिन परिस्थितियां होती हैं जिनके चलते जनगणना में मुश्किलें हो सकती हैं.
21 महीनों में पूरी होगी जनगणना
जनगणना की पूरी प्रक्रिया लगभग 21 महीनों में, यानी 1 मार्च 2027 तक पूरी हो जाएगी. प्राथमिक डेटा मार्च 2027 में जारी होगा, जबकि विस्तृत डेटा दिसंबर 2027 तक सार्वजनिक किया जाएगा. इसके बाद, 2028 में लोकसभा और विधानसभा सीटों का परिसीमन शुरू होगा, जिसमें महिलाओं के लिए 33 प्रतिशत आरक्षण लागू करने की प्रक्रिया भी शामिल हो सकती है. इससे 2029 के लोकसभा चुनाव से पहले महिलाओं के लिए आरक्षण की स्थिति स्पष्ट हो सकती है.
इस बार डिजिटल तरीके से होगी जनगणना
2027 में भारत की जनगणना दो चरणों में डिजिटल रूप से आयोजित होगी, जो देश की पहली पूर्ण डिजिटल जनगणना होगी. पहला चरण अप्रैल से सितंबर 2026 तक हाउस लिस्टिंग ऑपरेशन होगा, जिसमें घरों, संपत्तियों और सुविधाओं का डेटा एकत्र किया जाएगा. दूसरा चरण फरवरी 2027 में शुरू होगा, जिसमें व्यक्तिगत जानकारी जैसे नाम, आयु, लिंग, शिक्षा, धर्म, जाति और सामाजिक-आर्थिक स्थिति मोबाइल ऐप्स और स्व-गणना के माध्यम से दर्ज की जाएगी. यह प्रक्रिया 1 मार्च 2027 तक पूरी होगी, जिसमें 34 लाख सर्वेक्षक शामिल होंगे और डेटा सुरक्षा के लिए कड़े उपाय किए जाएंगे.
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