New Delhi News: वायुसेना प्रमुख ने भारत के नुकसान के इस्लामाबाद के दावे को काल्पनिक बताया. एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि भारतीय कार्रवाई से पाकिस्तान में बड़ी संख्या में सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा.
New Delhi News: वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल एपी सिंह ने शुक्रवार को कहा कि ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारतीय हमलों में एफ-16 जेट समेत कम से कम एक दर्जन पाकिस्तानी सैन्य विमान नष्ट हो गए. उन्होंने भारत के नुकसान के इस्लामाबाद के दावे को काल्पनिक कहानियां बताया. एयर चीफ मार्शल ने यह भी कहा कि भारतीय कार्रवाई से पाकिस्तान में बड़ी संख्या में सैन्य बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा है, जिसमें तीन स्थानों पर हैंगर, कम से कम चार स्थानों पर रडार, दो जगहों पर कमान और नियंत्रण केंद्र और दो हवाई ठिकानों पर रनवे शामिल हैं. एयर चीफ मार्शल सिंह वार्षिक वायुसेना दिवस से कुछ दिन पहले एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे.
कई सैन्य ढांचे हुए तबाह
ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तान में विभिन्न आतंकवादी समूहों द्वारा अपने ठिकानों को खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में स्थानांतरित करने की खबरों पर उन्होंने कहा कि यह अपेक्षित था और भारतीय वायुसेना में पूरी तरह से सटीक निशाना लगाकर उनके ठिकानों पर हमला करने के लिए अंदर तक जाने की क्षमता है. उन्होंने कहा कि भारतीय वायुसेना ने रोडमैप 2047 के तहत अपनी लड़ाकू क्षमताओं का विस्तार करने की योजना को अंतिम रूप दे दिया है और वायुसेना को अपनी वायु शक्ति बढ़ाने के लिए अगले दो दशकों तक हर साल लड़ाकू जेट सहित 35 से 40 नए विमानों की आवश्यकता होगी. सवालों के जवाब में उन्होंने खुफिया रिपोर्टों और इलेक्ट्रॉनिक निगरानी से जुटाए गए सबूतों का हवाला देते हुए ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान को हुए नुकसान का ब्यौरा दिया. कहा कि खुफिया रिपोर्ट से हमें जो जानकारी मिली है, वह यह है कि इन हमलों के कारण कम से कम चार जगहों पर रडार, दो जगहों पर कमांड और कंट्रोल सेंटर, दो जगहों पर रनवे और फिर तीन अलग-अलग स्टेशनों पर उनके तीन हैंगर क्षतिग्रस्त हुए हैं.
अमेरिकी निर्मित जेट को भी मारा
उन्होंने कहा कि हैंगरों के साथ-साथ टरमैक पर भी, हमें एक सी-130 श्रेणी के विमान, एक एईडब्ल्यू एंड सी (एयरबोर्न अर्ली वार्निंग एंड कंट्रोल) श्रेणी के विमान और कम से कम चार से पांच लड़ाकू विमानों, संभवतः एफ-16, के ज़मीन पर मारे जाने के संकेत मिले हैं. हवा में किए गए हमलों का ब्यौरा साझा करते हुए वायुसेना प्रमुख ने कहा कि भारतीय वायुसेना के पास 300 किलोमीटर से ज़्यादा की मारक क्षमता वाले एक लंबी दूरी के हमले के स्पष्ट सबूत हैं, जिसमें एक एईडब्ल्यू एंड सी या सिग्निट (सिग्नल इंटेलिजेंस) विमान के साथ-साथ एफ-16 और जेएफ-17 श्रेणी के पांच उच्च तकनीक वाले लड़ाकू विमान भी मारे गए. यही हमारी प्रणाली हमें बताती है.उन्होंने कहा कि हालांकि एक हैंगर में पाकिस्तान के F-16 जेट विमानों को नुकसान पहुंचने की खबरें थीं, लेकिन यह पहली बार था जब भारतीय वायुसेना ने हवा में अमेरिकी निर्मित जेट को मार गिराने की पुष्टि की.
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