दिल्ली के शाहदरा में कांवड़ रूट पर कांच के टुकड़े मिलने के मामले में एक बड़ा खुलासा हुआ है. इस मामले की सच्चाई ई-रिक्शा ड्राइवर ने बताई है.
CM Rekha Gupta on Kanwar Yatra: दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कांवड़ रूट को लेकर बड़ा बयान दिया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने सोमवार को कहा कि कांवड़ यात्रा के दौरान किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अहम ये है कि उनका बयान कुछ दिन पहले ही नॉर्थ-ईस्ट दिल्ली के शाहदरा में कांवड़ रूट पर कांच के टुकड़े मिलने के बाद सामने आया है. एक कार्यक्रम में बोलते हुए, रेखा गुप्ता ने कांवड़ रूट पर किसी भी तरह की बाधा उत्पन्न करने के खिलाफ चेतावनी दी और कहा कि उनकी सरकार कांवड़ियों को सुविधाएं प्रदान करने के लिए प्रतिबद्ध है.
सीएम ने दी बड़ी चेतावनी
सीएम रेखा गुप्ता ने कहा, “कांवड़ यात्रा मार्ग पर लगभग 400 मीटर तक कांच के टुकड़े बिखरे पाए गए. किसी भी तरह की गड़बड़ी बर्दाश्त नहीं की जाएगी. अगर कांवड़ यात्रा में कोई सुरक्षा बाधा या रुकावट पैदा की जाती है, तो उस व्यक्ति को सरकार को जवाब देना होगा. सरकार शिवभक्तों के लिए पूरी तरह सुरक्षित और आरामदायक कांवड़ यात्रा सुनिश्चित करेगी.” उन्होंने एक कार्यक्रम से इतर कहा, “हम कांवड़ियों को पूरी सुविधाएं देंगे और उनका स्वागत करेंगे.”
ई-रिक्शा चालक पर एक्शन
दिल्ली के शाहदरा में कांवड़ रूट पर कांच के टुकड़े मिलने के बाद काफी हंगामा हुआ था. हालांकि, अब इस पूरे मामले की सच्चाई सामने आ गई है. पुलिस ने रविवार को बताया कि एक ई-रिक्शा चालक को हिरासत में लिया गया है, क्योंकि उसके वाहन पर रखे शीशे टूटकर दिल्ली के शाहदरा में कांवड़ यात्रा मार्ग पर बिखर गए. उन्होंने बताया कि ई-रिक्शा उत्तर प्रदेश के शालीमार गार्डन से दिल्ली के सीलमपुर जा रहा था, तभी चिंतामणि चौक और झिलमिल मेट्रो स्टेशन के बीच उसे पीछे से टक्कर मार दी गई. बता दें कि कांवड़ रूट पर कांच के टुकड़े मिलने को लेकर एक समुदाय विशेष पर भी शक वाले पोस्ट लगातार किए जा रहे थे.
जमकर हो रही थी सियासत
इस मामले के सामने आने के बाद सियासत भी गरमाई हुई थी. दिल्ली के मंत्री कपिल मिश्रा ने भी सख्त एक्शन की मांग की थी. इस कड़ी में कपिल मिश्रा ने सोमवार को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर एक पोस्ट किया. कपिल मिश्रा ने पोस्ट में लिखा, “सावन में ‘सत्यम शिवम सुंदरम’ के सत्कार के लिए समर्पित है हमारी सरकार. कांवड़ शिविर लगाने के लिए पिछले साल से दोगुने से अधिक आए आवेदv. इस बार आए सभी 374 आवेदन दिल्ली सरकार ने किए स्वीकार.”
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