CCS Meeting: आज होने वाली CCS बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवल हिस्सा लेंगे.
CCS Meeting: भारत और पाकिस्तान के बीच सीमा पर हाल ही में हुए सीजफायर के बाद आज, बुधवार, 14 मई 2025 को पहली बार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट और कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की महत्वपूर्ण बैठक होने जा रही है. यह बैठक भारत-पाकिस्तान सीमा पर तनावपूर्ण स्थिति, जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा चुनौतियों और हाल ही में हुए पहलगाम आतंकी हमले के बाद की रणनीति को लेकर अहम मानी जा रही है. कैबिनेट की बैठक सुबह 11 बजे होगी, जिसके बाद CCS की बैठक शुरू होगी. सूत्रों के मुताबिक, इस बैठक में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद की रणनीति, पहलगाम हमले की जांच की प्रगति और सीजफायर के बाद सीमा पर बदले हालात पर गहन चर्चा हो सकती है. इसके अलावा, रक्षा मंत्रालय, गृह मंत्रालय और विदेश मंत्रालय के शीर्ष अधिकारियों की रिपोर्ट और इंटेलिजेंस इनपुट्स के आधार पर कोई बड़ा फैसला भी लिया जा सकता है.
CCS की ये तीसरी बैठक
पहलगाम में हुए नृशंस आतंकी हमले के बाद CCS की यह तीसरी बैठक होगी. इससे पहले 23 अप्रैल को हुई पहली बैठक में हमले के दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का फैसला लिया गया था. इसके बाद 30 अप्रैल को प्रधानमंत्री आवास पर हुई दूसरी बैठक में जम्मू-कश्मीर की सुरक्षा स्थिति की विस्तृत समीक्षा की गई और तीनों सेनाओं को आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई के लिए खुली छूट दी गई. इस फैसले के परिणामस्वरूप भारतीय सेनाओं ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया, जिसके तहत न केवल आतंकियों को निशाना बनाया गया, बल्कि पाकिस्तान को भी करारा जवाब दिया गया. इस ऑपरेशन के दौरान भारतीय सेना ने पाकिस्तान की PL-15 मिसाइलों और ड्रोन्स को हवा में ही नष्ट कर दिया, जिसकी जानकारी खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दी थी. इस ऑपरेशन को लेकर आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने भी पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने भारत के नए सिद्धांत को आकार दिया है.
बैठक में कौन-कौन होगा शामिल ?
आज होने वाली CCS बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ रक्षा मंत्री, गृह मंत्री, वित्त मंत्री और राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (NSA) अजित डोवल हिस्सा लेंगे. इसके अलावा, चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (CDS) और तीनों सेना प्रमुखों के भी बैठक में शामिल होने की संभावना है. सूत्रों का कहना है कि बैठक में पाकिस्तान को दी जाने वाली अगली चेतावनी या जवाबी कार्रवाई पर विचार किया जा सकता है. साथ ही, सीजफायर के बाद सीमा पर सुरक्षा व्यवस्था को और मजबूत करने और जम्मू-कश्मीर में आतंकी गतिविधियों को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जा सकते हैं. पहलगाम हमले की जांच की प्रगति पर भी चर्चा होगी, ताकि इस तरह के हमलों को भविष्य में रोका जा सके. गौरतलब है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान बेंगलुरू पुलिस ने एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया था, जिसने पीएम मोदी के खिलाफ भड़काऊ वीडियो बनाया था. इस घटना ने भी सुरक्षा एजेंसियों को और सतर्क कर दिया है.
सीजफायर के बाद बॉर्डर पर हालात को लेकर भी समीक्षा
सीजफायर के बाद भारत-पाकिस्तान सीमा पर हालात सामान्य होने की कोशिशें जारी हैं, लेकिन सुरक्षा चुनौतियां अभी भी बरकरार हैं. आज की CCS बैठक में इन चुनौतियों से निपटने के लिए दीर्घकालिक रणनीति पर भी विचार हो सकता है. भारत ने हमेशा से शांति की वकालत की है, लेकिन आतंकवाद और सीमा पर उकसावे की कार्रवाइयों के खिलाफ उसका रुख बेहद सख्त रहा है. पीएम मोदी ने हाल ही में एक बयान में खुलासा किया था कि भारत ने किन शर्तों पर सीजफायर के लिए सहमति दी थी, जिससे यह साफ हो गया कि भारत अपनी संप्रभुता और सुरक्षा के साथ कोई समझौता नहीं करेगा. आज की बैठक न केवल भारत की सुरक्षा नीति को और मजबूत करेगी, बल्कि क्षेत्रीय स्थिरता और शांति के लिए भी महत्वपूर्ण साबित हो सकती है.
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