भारतीय जनता पार्टी के नेता किरेन रिजिजू ने वक्फ कानून के मुद्दे पर फिर कांग्रेस समेत अन्य विपक्षियों पार्टियों को घेरा है. रिजिजू ने विपक्ष पर कई आरोप भी लगाए हैं.
Kiren Rijiju slams Congress on New Waqf Law: अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री किरेन रिजिजू ने आरोप लगाया है कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम की आलोचना करने वाली कांग्रेस और कुछ अन्य पार्टियों का मूल उद्देश्य मुसलमानों को अपना वोट बैंक बनाकर रखना है. उन्होंने जोर देकर कहा कि मोदी सरकार “किसी का तुष्टिकरण नहीं, सबका न्याय” में विश्वास करती है. मई में सुप्रीम कोर्ट द्वारा वक्फ मामले में दोनों पक्षों की सुनवाई के बाद तीन प्रमुख मुद्दों पर अंतरिम आदेश सुरक्षित रखने के बाद, रिजिजू ने कहा कि वह इस मामले के संबंध में, जो अभी शीर्ष अदालत में लंबित है, कोई पूर्व-निर्धारित बयान नहीं देंगे. रिजिजू ने न्यूज एजेंसी PTI को दिए एक इंटरव्यू में कहा, “लेकिन एक बात बिल्कुल स्पष्ट कर दें. संसद का काम कानून बनाना है. सुप्रीम कोर्ट निश्चित रूप से इसकी सही व्याख्या कर सकता है.” उन्होंने कहा, “हमें पूरा विश्वास है कि हमने जो कुछ भी किया है वह कानून के अनुसार, संविधान के प्रावधानों और भावना के अनुसार है. मुझे पूरा विश्वास है कि संसद की भूमिका को कम नहीं किया जाएगा.”
ओवैसी के रिएक्शन पर दिया रिएक्शन
एआईएमआईएम प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी द्वारा नए वक्फ कानून की आलोचना पर, रिजिजू ने कहा कि वह वक्फ (संशोधन) अधिनियम के विरोध के लिए ओवैसी की आलोचना नहीं करना चाहते क्योंकि उन्होंने मजबूरी में इस कानून के खिलाफ टिप्पणी की थी.रिजिजू ने कहा, “मुख्य समस्या वही है जो मैं आपको बता रहा हूं. कांग्रेस पार्टी सहित इनमें से कुछ नेताओं ने मुसलमानों को वोट बैंक की तरह समझा है. जब आप किसी समुदाय को वोट बैंक बनाना शुरू कर देते हैं, तो आप अतार्किक हो जाते हैं. फिर आप उन्हें एक ही दायरे में रख देते हैं, कि अच्छा या बुरा मायने नहीं रखता, वे सब बयानबाजी करेंगे. इसलिए, जो लोग वक्फ (संशोधन) विधेयक की आलोचना कर रहे हैं, वे केवल मुसलमानों को गरीब बनाए रखने और यह सुनिश्चित करने की कोशिश कर रहे हैं कि वे उनके वोट बैंक बने रहें. हमारी सोच इसके विपरीत है. हमारा उद्देश्य किसी का तुष्टिकरण नहीं, बल्कि सभी को न्याय देना है.”
वक्फ संपत्तियों के लाभ का किया जिक्र
किरेन रिजिजू ने कहा, “मुस्लिम समुदाय में कई ऐसे लोग हैं, कई समूह, महिलाएं, बच्चे और पिछड़े समुदाय हैं जिन्हें वक्फ संपत्तियों से कोई लाभ नहीं मिला है. तो, जैसा कि आप अच्छी तरह जानते हैं, भारत की वक्फ संपत्तियां दुनिया में सबसे ज्यादा हैं. 9,70,000 से ज्यादा वक्फ संपत्तियां हैं जिनका उपयोग उसी उद्देश्य के लिए किया जाना चाहिए जिसके लिए वे संपत्तियां बनाई गई थीं.” उन्होंने बताया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम के प्रावधानों के तहत, “हमें मुतवल्लियों और वक्फ बोर्डों के माध्यम से मुस्लिम समुदाय, खासकर गरीबों के कल्याण के लिए उचित प्रबंधन करना है.” रिजिजू ने कहा, “ये (कांग्रेस और कुछ अन्य नेता) जानते हैं कि अगर मुस्लिम समुदाय बेहतर और समृद्ध होगा तो वे ज्यादा शिक्षित होंगे, ज्यादा समझदार होंगे और वे किसी के लिए मुख्य वोट बैंक नहीं रहेंगे.”
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