फायरिंग का उद्देश्य लोगों को आतंकित करना और धमकाने का था.दोनों हमलावरों की पहचान बंबिया गिरोह के सदस्यों के रूप में हुई, जिनका दल्ला के आतंकवादी नेटवर्क से संबंध था.
New Delhi: राष्ट्रीय जांच एजेंसी (NIA ) ने कनाडा स्थित खालिस्तानी आतंकवादी अर्श दल्ला से जुड़े 2024 नीमराणा होटल फायरिंग हमले के पीछे की साजिश की जांच के लिए राजस्थान, हरियाणा और दिल्ली में 10 स्थानों पर व्यापक छापेमारी की है. मालूम हो कि पिछले साल 8 सितंबर को राजस्थान के नीमराणा में होटल हाईवे किंग परिसर के चारों ओर 35 गोलियां चलाई गई थीं. बाद में दोनों हमलावरों की पहचान बंबिया गिरोह के सदस्यों के रूप में हुई, जिनका दल्ला के आतंकवादी-गैंगस्टर नेटवर्क से संबंध था.
होटल के मालिक व मैनेजर को जबरन वसूली के लिए धमकाया था
एनआईए द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि हमलावरों ने प्रतिबंधित हथियारों का इस्तेमाल किया था और होटल के मालिक व मैनेजर को जबरन वसूली के लिए धमकाया था. मैनेजर को पहले भी अंतरराष्ट्रीय नंबरों से कई धमकी भरे कॉल आए थे. एनआईए की जांच के अनुसार, ये आरोपी आतंकवादी अर्श दल्ला और उसके सहयोगी दिनेश गांधी के इशारे पर वित्तीय सहायता प्रदान करने, हिंसा और आतंक को अंजाम देने में शामिल थे. एजेंसी ने आरोप लगाया है कि दल्ला के सहयोगी प्रतिबंधित खालिस्तानी आतंकवादी संगठनों के लिए धन जुटाने के लिए इस तरह के आतंकी और हिंसक कृत्यों के माध्यम से जबरन वसूली में लगे हुए हैं.
भारत ने 2023 में अर्श दल्ला को घोषित किया था आतंकवादी
जांच एजेंसी ने कहा कि इन गैंगस्टरों और उनके सहयोगियों द्वारा व्यवसायियों और अन्य लक्ष्यों की पहचान की गई थी, जो लक्ष्यों को बड़ी रकम देने के लिए धमकाते और मजबूर करते थे. इसमें कहा गया है कि देश में सक्रिय आतंकवादी और गैंगस्टर सिंडिकेट की पहचान करने और उन्हें खत्म करने के एनआईए के सभी प्रयासों के तहत मामले की जांच जारी है. अधिकारियों के अनुसार, उसे 2023 में भारत द्वारा आतंकवादी घोषित किया गया था.
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