यह मान्यता MyGov मंच पर आयोजित कार्यक्रम के 8वें संस्करण के दौरान प्राप्त 3.53 करोड़ वैध पंजीकरणों की अभूतपूर्व उपलब्धि है.
New Delhi: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की प्रमुख पहल, “परीक्षा पे चर्चा” (पीपीसी), जिसे शिक्षा मंत्रालय द्वारा MyGov के सहयोग से 2018 से सफलतापूर्वक आयोजित किया जा रहा है, को “एक महीने में नागरिक सहभागिता मंच पर सबसे अधिक लोगों के पंजीकरण” के लिए गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड से सम्मानित किया गया है. यह मान्यता MyGov मंच पर आयोजित कार्यक्रम के 8वें संस्करण के दौरान प्राप्त 3.53 करोड़ वैध पंजीकरणों की अभूतपूर्व उपलब्धि है. “परीक्षा पे चर्चा” प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा परिकल्पित और संचालित एक अनूठा वैश्विक मंच है, जहां वे छात्रों, शिक्षकों और अभिभावकों से सीधे संवाद करते हैं. यह पहल परीक्षा के मौसम को सकारात्मकता, तैयारी और उद्देश्यपूर्ण सीखने के उत्सव में बदल देती है, जिससे परीक्षाएं तनाव के बजाय प्रोत्साहन का समय बन जाती हैं. नई दिल्ली में आयोजित एक समारोह में आधिकारिक गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड प्रमाणपत्र औपचारिक रूप से प्रदान किया गया.
21 करोड़ से अधिक दर्शकों ने देखा
इस कार्यक्रम में केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान; केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी, रेलवे और सूचना एवं प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव; केंद्रीय इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी राज्य मंत्री जितिन प्रसाद; स्कूल शिक्षा एवं साक्षरता विभाग के सचिव संजय कुमार; MyGov के सीईओ श्री नंद कुमारम; और शिक्षा तथा इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ-साथ अन्य प्रमुख हितधारक भी उपस्थित थे. गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स के आधिकारिक निर्णायक ऋषि नाथ ने इस रिकॉर्ड की पुष्टि की और इसकी घोषणा की. इस अवसर पर बोलते हुए धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में, परीक्षा पे चर्चा को तनाव को सीखने के उत्सव में बदलकर परीक्षाओं के प्रति एक राष्ट्रीय दृष्टिकोण के रूप में पुनर्परिभाषित किया गया है. श्री प्रधान ने बताया कि पीपीसी के 8वें संस्करण को 2025 में सभी मीडिया प्लेटफार्मों पर कुल 21 करोड़ से अधिक दर्शकों ने देखा.

वैष्णव ने बताया मोदी की अनूठी पहल
उन्होंने कहा कि पीपीसी 2025 में भारी भागीदारी को समग्र और समावेशी शिक्षा के प्रति देश की सामूहिक प्रतिबद्धता और विकसित भारत के दृष्टिकोण के साथ संरेखण के प्रतिबिंब के रूप में देखा जाता है. इस अवसर पर संबोधित करते हुए अश्विनी वैष्णव ने “परीक्षा पे चर्चा” को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक अनूठी पहल बताया, जो छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को एक साथ लाकर उनके कल्याण और तनाव-मुक्त शिक्षा को बढ़ावा देती है. उन्होंने इस अमृत काल में छात्रों के लिए उपलब्ध करियर के व्यापक अवसरों पर प्रकाश डाला और कहा कि सबसे अधिक पंजीकरण का गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड इस पहल में जनता के दृढ़ विश्वास को दर्शाता है. जितिन प्रसाद ने शासन को और अधिक सहभागी बनाने के प्रयासों के लिए MyGov की भी सराहना की.
छात्रों, अभिभावकों के लिए प्रेरणादायक
कहा कि यह रटने की आदत से हटकर अनुभवात्मक शिक्षा पर आधारित महत्वपूर्ण संज्ञानात्मक कौशल विकसित करने को प्रोत्साहित करती है. व्यक्तिगत बातचीत के माध्यम से, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी समय प्रबंधन, डिजिटल विकर्षण, सचेतनता और भावनात्मक लचीलेपन जैसी प्रमुख चुनौतियों का समाधान करते हैं तथा छात्रों, अभिभावकों और शिक्षकों को व्यावहारिक मार्गदर्शन और प्रेरणा प्रदान करते हैं. पीपीसी 2025 की सफलता एक सामूहिक उपलब्धि है. इस उपलब्धि में योगदान देने वाले सभी हितधारकों, शैक्षणिक संस्थानों और नागरिकों की मंत्रियों द्वारा सराहना की गई है. पीपीसी इस संदेश को पुष्ट करता है कि परीक्षाएं अंत नहीं, बल्कि एक शुरुआत है.
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