ईरान में फंसे भारतीय नागरिकों की सुरक्षित वतन वापसी होगी. रिपोर्ट्स के मुताबिक, करीब 1,000 भारतीय नागरिक भारत लौट रहे हैं.
Indians in Iran: ईरान पर लगातार इजरायली हमले जारी हैं. इस बीच ईरान में फंसे भारतीय छात्रों को लेकर न सिर्फ उनके परिवारवाले चिंतित थे बल्कि भारतीय सरकार भी उनको युद्धग्रस्त क्षेत्र से निकालने की लगातार कोशिशें कर रही थी. इस बीच अच्छी खबर सामने आई है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ईरान ने 1,000 भारतीयों को निकालने के लिए हवाई क्षेत्र पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है. मिली जानकारी के मुताबिक, बड़ा कदम उठाते हुए ईरान ने मशहद शहर से करीब 1,000 भारतीय नागरिकों, जिनमें अधिकतर छात्र हैं, को निकालने के लिए तीन चार्टर उड़ानों के लिए हवाई क्षेत्र पर लगे प्रतिबंध को हटा दिया है. इस संबंध में ईरानी दूतावास में मिशन के उप प्रमुख मोहम्मद जावेद हुसैनी ने एक बयान भी जारी किया.
क्या बोले मोहम्मद जावेद हुसैनी?
मोहम्मद जावेद हुसैनी ने कहा, “अगर जरुरत महसूस हुई तो भारतीय नागरिकों को वापस लाने के लिए आने वाले दिनों में और अधिक इवेक्यूएशन फ्लाइट्स संचालित की जा सकती हैं. ईरानी राजधानी शहर पर इजरायली हमलों के बाद भारतीय नागरिकों को तेहरान से मशहद ले जाया गया है. ईरानी एयरलाइन द्वारा संचालित निकासी उड़ानों की व्यवस्था नई दिल्ली द्वारा की जा रही है.” बता दें कि भारत ने रान-इजरायल शत्रुता से उत्पन्न अनिश्चित सुरक्षा स्थिति के मद्देनजर ईरान और इजरायल से अपने नागरिकों को वापस लाने के लिए बुधवार को ऑपरेशन सिंधु शुरू किया है. भारतीयों को लेकर पहली चार्टर्ड उड़ान शुक्रवार शाम को दिल्ली में उतरने वाली है.
‘भारतीयों के लिए हो रही व्यवस्था’
मोहम्मद जावेद हुसैनी ने मीडिया से कहा, “ईरान का हवाई क्षेत्र बंद है, लेकिन इस मुद्दे के कारण हम भारतीय नागरिकों की सुरक्षित यात्रा के लिए इसे खोलने की व्यवस्था कर रहे हैं. तेहरान से कोम और फिर मशाद में शिफ्ट किए गए लगभग 1,000 भारतीयों को तीन चार्टर उड़ानों से नई दिल्ली लाया जाएगा. पहली उड़ान आज रात नई दिल्ली हवाई अड्डे पर उतरेगी और शनिवार को दो और उड़ानें होंगी. यदि आवश्यक हुआ तो आने वाले दिनों में ऐसी और उड़ानों की व्यवस्था की जा सकती है.
तेहरान भारतीय नागरिकों की सुरक्षित निकासी सुनिश्चित करने के लिए विदेश मंत्रालय (MEA) और तेहरान में भारतीय दूतावास के साथ निकट संपर्क में है. हम उन भारतीयों के सुरक्षित मार्ग की व्यवस्था कर रहे हैं जो हवाई या सड़क मार्ग से तीसरे देशों या सीधे ईरान से निकलना चाहते हैं. कुछ दिन पहले तेहरान में एक छात्र छात्रावास पर इजरायली हवाई हमले में कुछ भारतीय छात्र घायल हो गए थे. गुरुवार को कुल 110 भारतीय छात्रों को भूमि सीमा पार करके ईरान से आर्मेनिया ले जाया गया था, जिसके बाद उन्हें वापस भारत लाया गया.”
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