देश में कोरोना के एक्टिव केस बढ़कर पांच हजार होने के बाद हड़कंप मचा है और लोग डर के साए में जीने को विवश हैं.
Active Cases of Corona in India: देश में कोरोना एकबार फिर तबाही मचाने की स्थिति में है. लोगों को डर सताने लगा है कि कहीं बिगड़ती स्थिति के मद्देनजर सरकार एकबार फिर लॉकडाउन न लगा दे. केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कोरोना के एक्टिव केसों के आंकड़े जारी कर दिए हैं. देश में एक्टिव कोरोना केसों का आंकड़ा 5,000 को पार कर गया है. बात अगर सबसे प्रभावित राज्यों की करें तो इसमें केरल, गुजरात, पश्चिम बंगाल और दिल्ली शामिल हैं. स्थिति की गंभीरता को देखते हुए केंद्र सरकार भी चिंतित है और हरसंभव प्रयास कर रही है ताकि इस महामारी को कंट्रोल किया जा सके. केंद्र लगातार मॉक ड्रिल भी करने में जुटा है ताकि तैयारियां किस स्तर की हैं, इसका पता चल सके. इसके तहत केंद्र सरकार ने सभी राज्यों से एहतियात बरतने को कहा है. साथ ही सभी राज्यों को निर्देश दिया गया है कि वे ऑक्सीजन, आइसोलेशन बेड, वेंटिलेटर और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता तत्काल प्रभाव से सुनिश्चित करें.
कितने लोगों की हुई मौत?
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, भारत में मौजूदा वक्त में 5,364 एक्टिव केस हैं और बीते 24 घंटों में चार लोगों ने जान गंवाई है. गनीमत ये है कि इनमें से अधिकांश माइल्ड केस हैं और उनकी देखभाल घर पर ही की जा सकती है. बात अगर इस साल कोरोना से होने वाली मौतों की करें तो जनवरी से अबतक 55 लोगों की सांसों को कोरोना ने रोक दिया है. अहम ये है कि 22 मई को देश में कुल 257 एक्टिव केस थे यानी ये एक्टिव केसों में लगातार उछाल देखने को मिल रहा है. इस संबंध में हाल ही में Disaster Management Cell, इमरजेंसी मैनेजमेंट रिस्पॉन्स सेल, नेशनल सेंटर फॉर डिसीज कंट्रोल, इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च, Integrated Disease Surveillance Programme (IDSP) and Central Government Hospitals और सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने एक बैठक में शिरकत की. इस बैठक में कोरोना संक्रमण की रोकथाम पर चर्चा हुई.
बारीकी से की जा रही निगरानी
सूत्रों ने बताया कि IDSP के तहत राज्य और जिले लगातार निगरानी कर रहे हैं. इन्फ्लुएंजा जैसी बीमारियों के साथ ही अन्य सांस संबंधित बीमारियों पर भी नजर रखी जा रही है. केंद्र ने सभी अस्पतालों से कोरोना की स्थिति के मद्देनजर तैयार रहने के लिए कहा है. वहीं लोगों से भी अपील की गई है कि वे पूरी सावधानी बरतें और बहुत ज्यादा बीमार होने पर ही अस्पताल जाएं. बता दें कि कई कोरोना के मरीज ऐसे भी हैं जो घरों पर रहकर ही उचित समाधान खोज रहे हैं.
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