Home Latest News & Updates इस स्मारक ने भारत सरकार को किया मालामाल! पिछले 5 सालों से टिकट बिकने में कर रहा है रिकॉर्ड दर्ज

इस स्मारक ने भारत सरकार को किया मालामाल! पिछले 5 सालों से टिकट बिकने में कर रहा है रिकॉर्ड दर्ज

by Sachin Kumar
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Taj Mahal Agra highest earning monument ASI

Taj Mahal in Agra : एएसआई की तरफ से संरक्षित स्मारकों को लेकर केंद्र ने बड़ी जानकारी दी है. केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में बताया कि किस स्मारक ने इस बार भी सबसे ज्यादा कमाई करके दी.

Taj Mahal in Agra : देश में मुगलों को लेकर कितनी भी तीखी राजनीतिक बहस तेज हो जाए लेकिन मुगलकाल में बनाया गया मकबरा ताजमहल पिछले पांच सालों से बिक्री के मामले में सर्वोच्च स्थान पर बना हुआ है. यह ASI द्वारा संरक्षित स्मारकों में से सबसे अधिक कमाई करने वाले मोनोमेंट है. केंद्रीय संस्कृति मंत्री गजेन्द्र सिंह शेखावत (Gajendra Singh Shekhawat) ने गुरुवार को राज्यसभा में एक प्रश्न के लिखा उत्तर में डेटा शेयर किया.

पांच में शीर्ष स्थान पर जगह बनाई

केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत से राज्यसभा में सवाल पूछा गया कि पिछले पांच वर्षों में विभिन्न स्मारकों में प्रवेश टिकट बेचने से भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (ASI) को सालाना में कितनी राशि प्राप्त है. पांच वर्षों में प्रवेश टिकटों की बिक्री से सबसे अधिक आय प्राप्त करने वाले स्मारक कौन है. अपने जवाब में मंत्री ने वित्तीय वर्ष 2019-20 से लेकर वित्त वर्ष 2023-24 तक के वित्तीय वर्षों को लेकर जवाब दिया. उन्होंने बताया कि आंकड़ों के अनुसार, ताजमहल ने सभी पांच वर्षों में शीर्ष स्थान प्राप्त किया. मुगलकालीन स्थापत्य कला के इस अजूबे का निर्माण 17वीं शताब्दी में शाहजहां ने करवाया था.

SC के आदेश के बाद शुरू हुए रात में दर्शन

बता दें कि ताजमहल में रात को दर्शन को उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद शुरू किया गया था और इस स्मारक के दर्शन रात में महीने में पांच बार किए जा सकते हैं. पूर्णिमा से दो दिन पहले एवं दो दिन बाद किया जाते हैं. इसके अलावा शुक्रवार के दिन और रमजान के महीने में रात्रि दर्शन का आयोजन नहीं होता है. इसी बीच आपको बताते चलें कि ताजमहल का निर्माण कार्य 12 दिसंबर 1631 में शुरू हुआ था. इसको बनाने के लिए 410 लाख रुपये की लागत आई थी. साथ ही 500 किलो सोना और करीब 20 हजार कारीगरों की मदद ली गई थी. वहीं, 12 वर्ष बाद 6 फरवरी, 1643 को इस जन्नतनशी मुमताज महल को तैयार किया गया था. ताजमहल की ऊंचाई करीब 74.09 मीटर की बताई जाती है और इसकी नींव को चमत्कारी बताया जाता है.

यह भी पढ़ें- Ayodhya Ram Mandir : अब तक एक करोड़ से ज्यादा श्रद्धालु मंदिर में कर चुके हैं दर्शन

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