अमेरिका मक्का, सोयाबीन और पशु चारा जैसे अधिक कृषि उत्पादों का निर्यात करना चाहता है, लेकिन उसे उच्च भारतीय टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है.
New Delhi: कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि किसानों का हित मोदी सरकार की सर्वोच्च प्रथमिकता है. किसानों के हितों की रक्षा को लेकर भारत अमेरिका से बात करेगा. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि भारत अमेरिका के साथ चल रही व्यापार वार्ता में संभावित लाभ और हानि का आकलन करते हुए अपने किसानों के हितों की रक्षा को प्राथमिकता देगा. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने पीटीआई-भाषा से कहा कि अपने किसानों के हितों की रक्षा करना हमारी प्राथमिकता है. भारत आंखें मूंदकर काम नहीं करेगा. हम अपने लाभ और हानि का आकलन करेंगे. इसे ध्यान में रखते हुए समझौते को अंतिम रूप दिया जाएगा.
सितंबर-अक्टूबर तक हस्ताक्षर होने की उम्मीद
चौहान इस सवाल का जवाब दे रहे थे कि अमेरिकी कृषि और बागवानी उत्पादों के लिए अधिक बाजार पहुंच के लिए अमेरिका के दबाव के बीच भारत किस तरह किसानों की सुरक्षा करेगा. वार्ताकारों में द्विपक्षीय समझौते के पहले चरण में सहमत होने की उम्मीद है, जिस पर 2025 के सितंबर-अक्टूबर तक हस्ताक्षर होने की उम्मीद है. मंत्री ने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच चर्चा जारी है. जब हम दो देशों के बारे में बात करते हैं तो हमें समग्र व्यापार को देखने की जरूरत होती है. नीति आयोग की रिपोर्ट के अनुसार भारत ने अमेरिका को 5.75 बिलियन अमेरिकी डॉलर मूल्य के कृषि उत्पादों का निर्यात किया.
मक्का, सोयाबीन निर्यात करना चाहता है अमेरिका
भारत अमेरिका को झींगा, बासमती चावल, मसाले, प्रसंस्कृत अनाज और अन्य मूल्यवर्धित उत्पाद निर्यात करता है, जबकि अमेरिका मक्का, सोयाबीन और पशु चारा जैसे अधिक कृषि उत्पादों का निर्यात करना चाहता है, लेकिन उसे उच्च भारतीय टैरिफ का सामना करना पड़ रहा है. कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान की टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब भारत और अमेरिका कृषि व्यापार के विस्तार पर बातचीत कर रहे हैं. जिसमें वाशिंगटन भारतीय बाजार में अपने कृषि उत्पादों के लिए कम टैरिफ की मांग कर रहा है.
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