UNSC Meeting : पहलगाम में हुए हमले के बाद से ही भारत और पाकिस्तान के बीच तनातनी चल रही है. इस कड़ी में UNSC में दोनों देशों के बीच चर्चा हुई है जिसके चलते कई अहम बातें सामने आई है.
UNSC Meeting : पहलगाम हमले के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव के चलते क्लोज डोर मीटिंग हुई है. ये बैठक संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC में कराई गई है. इस बैठक को उस समय बुलाया गया जब संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों के बीच तनाव को बढ़ते देखा. वहीं, इस बैठक में कई अहम बातें हुई लेकिन कोई खास नतीजा निकलकर सामने नहीं आया.
महासचिव ने जताई चिंता
इस बैठक में संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने दोनों देशों के बढ़ते तनाव पर कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच हर साल से सबसे अधिक तनाव इस बार है.वहीं, इस समय सुरक्षा परिषद के अस्थायी सदस्य पाकिस्तान ने इस बैठक के लिए बंद विचार-विमर्श की अपील की थी. यह बैठक सुरक्षा परिषद के मुख्य कक्ष में नहीं, बल्कि उसके बगल के ‘कंसल्टेशन रूम’ में हुई, जहां आमतौर पर बंद कमरे में गोपनीय बातचीत होती है.
यह भी पढ़ें:शहबाज शरीफ का बंद हुआ यूट्यूब चैनल, भारत के एक्शन से डर में पाकिस्तान; मंत्री तारा पर भी एक्शन
कितनी देर हुई बैठक?
भारत और पाकिस्तान के बीच UNSC में बंद कमरे में सोमवार यानी 5 मई को करीब डेढ़ घंटे तक ये बैठक चली, जिसमें पाकिस्तान की खूब किरकिरी हुई. बैठक के बाद से संयुक्त राष्ट्र न तो किसी तरह का बयान जारी किया न ही कोई रिजॉल्यूशन पारित किया गया. इस मीटिंग में पाकिस्तान के स्थाई प्रतिनिधि दूत असीम इफ्तिखार ने कहा कि UNSC की मीटिंग से जो हासिल करने का मकसद था वो पूरा हुआ है. उन्होंने बताया कि इस बैठक में पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के मसले को भी सुलझाने पर चर्चा की है.
पाकिस्तान के असीम इफ्तिखार ने क्या कहा?
UNSC में हुई इस बैठक के दौरान पाकिस्तान ने अपने आप को बचाने के लिए झूठे बयान दिए. उन्होंने कहा कि भारत ने सिंधु नदी समझौते को सस्पेंड करने के कदम को गैरकानूनी बताया है जिससे पूरे इलाके की सुरक्षा और शांति को लेकर खतरा मंडरा रहा है. वहीं, इस बीच उन्होंने कश्मीर कोएक विवाद की तरह पेश करने की कोशिश की. इस दौरान उन्होंने भारत के कार्रवाई को लेकर भी सवाल खड़े किए. उन्होंने कहा कि भारत ने अटारी सीमा बंद करना, राजनयिक संबंधों को और कम करना और आतंकवाद के खिलाफ उनके ये कड़े फैसले को बेहद कठोर बताया है. वहीं, बैठक के बाद असीम इफ्तिखार ने ये दावा किया कि उनकी मांग पर UNSC में बैठक करवाया गया जो उनकी कूटनीतिक जीत को दर्शाता है.
यह भी पढ़ें: पाकिस्तान ने फिर दी गीदड़भभकी, भारत के एक्शन से बौखलाया; परमाणु हमले का दिया हवाला