Home राष्ट्रीय वृंदावन आश्रय गृहों में रहने वाली विधवाओं ने भेजी PM मोदी को राखियां, कई सालों से ऐसे ही मनाती आ रही प्रधानमंत्री के साथ रक्षाबंधन

वृंदावन आश्रय गृहों में रहने वाली विधवाओं ने भेजी PM मोदी को राखियां, कई सालों से ऐसे ही मनाती आ रही प्रधानमंत्री के साथ रक्षाबंधन

by Sachin Kumar
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Widows living Vrindavan shelter homes Rakhis PM Modi celebrating Rakshabandhan

Vrindavan Shelter Homes : वृंदावन के आश्रय गृहों की विधवा और निराश्रित महिलाएं कई सालों से अपने हाथों से राखी बनाकर प्रधानमंत्री को भेजती आ रही हैं. इस बार महिलाओं ने 551 राखी बनाकर भेजी हैं.

17 April, 2024

Vrindavan Shelter Homes : वृंदावन के आश्रय गृहों में रहने वाली विधावाएं और निराश्रित महिलाएं हर वर्ष नए अंदाज में राखियां बनाकर तैयार करती रही हैं. इनकी बाजारों में भी काफी मांग रहती है. इस बार आश्रय गृहों की महिलाओं ने हस्तनिर्मित राखियां बनाकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (PM Narendra Modi) को भेजी हैं. इन राखियों में भगवान राम और ठाकुर बांकेबिहारी की तस्वीरें भी छपी हुई हैं.

विधवाओं को भी त्योहार मनाने का अधिकार

सुलभ इंटरनेशनल के विधवा सहायता कार्यक्रम की उपाध्यक्ष विनीता शर्मा ने बताया कि इस परंपरा की शुरूआत इसके संस्थापक बिंदेश्वरी पाठक ने की थी. उन्होंने बताया कि उनका मानना है कि विधवाओं को भी अन्य महिलाओं की तरह सभी के शुभ और सांस्कृतिक त्योहार मनाने का अधिकार है.

महिलाओं ने दी रूढ़िवादी विचारों को चुनौती!

उन्होंने कहा कि इस बार प्रधानमंत्री मोदी को भगवान राम और ठाकुर बांकेबिहारी की तस्वीरों वाली 551 राखियां भेजी हैं. बता दें कि इससे पहले भी वृंदावन आश्रय गृहों में विधवा महिलाएं राखी बनाकर प्रधानमंत्री और राष्ट्रपति को भेजती रही हैं. वर्षों पुराने रूढ़िवादी कलंक को तोड़ने के उद्देश्य से सुलभ आश्रय आंदोलन के संस्थापक बिंदेश्वरी पाठक विधवा महिलाओं के लिए कई सालों से हिंदू त्योहार का आयोजन करते आ रहे हैं.

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