Home Politics बिगड़े बोलों पर नेताओं की लगेगी क्लास? बीजेपी के ट्रेनिंग कैंप में फॉलो करने होंगे ये रूल्स

बिगड़े बोलों पर नेताओं की लगेगी क्लास? बीजेपी के ट्रेनिंग कैंप में फॉलो करने होंगे ये रूल्स

by Vikas Kumar
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BJP Training Camp

भारतीय जनता पार्टी ने मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में एक ट्रेनिंग कैंप लगाया है. इस ट्रेनिंग कैंप का उद्घाटन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने किया.

Amit Shah: केंद्रीय मंत्री अमित शाह शनिवार, 14 जून 2025 को मध्य प्रदेश पहुंचे. मध्य प्रदेश के पचमढ़ी में अमित शाह ने भारतीय जनता पार्टी के ट्रेनिंग कैंप का उद्घाटन किया. ये ट्रेनिंग कैंप मध्य प्रदेश भाजपा द्वारा नर्मदापुरम जिले के पचमढ़ी में अपने जनप्रतिनिधियों और पदाधिकारियों के लिए आयोजित कराया किया गया है जो तीन दिन तक चलेगा. अमित शाह के साथ इस मौके पर मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा भी मौजूद थे. बीजेपी के एक नेता ने न्यूज एजेंसी PTI को बताया कि इस ट्रेनिंग कैंप में बीजेपी के 165 विधायक, 29 लोकसभा और सात राज्यसभा सदस्य शामिल हो रहे हैं. बताया गया कि इस कैंप में शामिल होने वाले सभी नेता सिर्फ ब्रेक के दौरान ही मोबाइल फोन का यूज कर सकेंगे.

क्या मिलेगी ट्रेनिंग?

न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, पार्टी सूत्रों ने जानकारी देते हुए कहा, “ट्रेनिंग कैंप में शामिल होने वाले लोगों को सार्वजनिक रूप से संवाद करने और सोशल मीडिया का प्रभावी ढंग से उपयोग करने के बारे में गाइडेंस मिलेगी. इसके अलावा पार्टी में शामिल होने वाले नए मेंबर्स को भारतीय जनता पार्टी की संस्कृति और इतिहास से भी अवगत कराया जाएगा. 2023 के विधानसभा चुनावों से पहले इसी तरह का एक कैंप आयोजित किया गया था जिसमें कई भारी संख्या में बीजेपी नेता शामिल हुए थे.

वीडी शर्मा ने दी ये जानकारी

प्रदेश भाजपा अध्यक्ष वी डी शर्मा ने मीडिया से बातचीत में कहा, “‘ट्रेनिंग कैंप के आखिरी दिन रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह लोगों को संबोधित करेंगे. पहले दिन भाजपा महासचिव (संगठन) बी एल संतोष और केंद्रीय मंत्री तथा राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान सहित अन्य लोगों के पहले दिन संबोधित किए जाने की उम्मीद है. ये कैंप हाल ही में राज्य भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा की गई गलतियों की वजह से आयोजित किया जा रहा है, हालांकि पार्टी सूत्रों ने कहा कि इस तरह के ट्रेनिंग कैंप नियमित रूप से आयोजित किए जाते हैं और इसका इन हालिया घटनाओं से कोई लेना-देना नहीं है.” बता दें कि पिछले महीने आदिवासी मामलों के मंत्री विजय शाह, कर्नल सोफिया कुरैशी के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी करने के बाद आलोचनाओं का शिकार हुए थे, जो ऑपरेशन सिंदूर पर सरकारी ब्रीफिंग का नेतृत्व करने वाले अधिकारियों में से एक थीं. वहीं उपमुख्यमंत्री जगदीश देवड़ा ने यह बयान देकर आलोचनाओं का सामना किया कि भारतीय सशस्त्र बल और सभी सैनिक आतंकवादियों और पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सामने ‘नतमस्तक’ (सिर झुकाने वाले) हैं. एक दिन बाद, रीवा जिले के मंगावन से पहली बार भाजपा विधायक बने नरेंद्र प्रजापति ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के बीच शत्रुता समाप्त होना ‘संयुक्त राष्ट्र’ के आदेश के बाद हुआ है.

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