Home National हिमाचल के मंत्री ने ऐसा क्या किया कि जेपी नड्डा तक को करनी पड़ी आलोचना? पिटाई से जुड़ा है मामला

हिमाचल के मंत्री ने ऐसा क्या किया कि जेपी नड्डा तक को करनी पड़ी आलोचना? पिटाई से जुड़ा है मामला

by Vikas Kumar
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JP Nadda

बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने NHAI अधिकारी की कथित पिटाई मामले में पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह की आलोचना की है.

JP Nadda on assault on NHAI official: केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हिमाचल प्रदेश के एक मंत्री द्वारा एनएचएआई अधिकारी पर कथित हमले की कड़े शब्दों में निंदा की है. डेपी नड्डा ने शनिवार को कहा कि इस घटना ने हिमाच सरकार के कानून व्यवस्था से निपटने के तरीके को उजागर कर दिया है. बता दें कि जेपी नड्डा ने ये बयान बीजेपी द्वारा राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग से हस्तक्षेप की मांग के बाद दिया है.

क्या बोले जेपी नड्डा?

जेपी नड्डा ने मीडिया से बातचीत के दौरान पूछा कि जब कानून की रक्षा करने वाले लोग ही मामले को अपने हाथों में ले लें तो क्या होगा? बता दें कि यह घटना सोमवार को उस समय हुई जब पंचायती राज मंत्री अनिरुद्ध सिंह, शिमला के उपनगरीय क्षेत्र कसुम्पटी के भट्टा कुफ्फार में एक इमारत ढहने वाली जगह का निरीक्षण कर रहे थे और उन्होंने एनएचएआई के अधिकारियों को मौके पर बुलाया. इमारत के मालिक ने एनएचएआई (भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण) और फोर-लेन परियोजना में शामिल कंपनी पर लापरवाही का आरोप लगाया. बाद में शाम को एनएचएआई के अधिकारियों ने आरोप लगाया कि मंत्री ने कमरे के अंदर उनके साथ मारपीट की.

मामला दर्ज किया गया

इस घटना के बाद मंगलवार को NHAI अधिकारियों ने भी मंत्री अनिरुद्ध सिंह पर कई आरोप लगाए गए. अनिरुद्ध सिंह पर गलत तरीके से रोकने, जानबूझकर चोट पहुंचाने, लोक सेवक को उसके कर्तव्य से रोकने के लिए आपराधिक बल प्रयोग करने और जानबूझकर अपमान करने का मामला दर्ज किया गया. यह मामला एनएचएआई के कर्मचारी जिंदल द्वारा अपनी शिकायत में आरोप लगाए जाने के बाद दर्ज किया गया. जिंदल ने आरोप लगाया कि सिंह ने उन्हें और उनके साइट इंजीनियर योगेश को एक कमरे में बुलाया और उनकी पिटाई की. जिंदल ने अपनी शिकायत में आरोप लगाया कि जब उन्होंने मंत्री को बताया कि ढही हुई इमारत राष्ट्रीय राजमार्ग अधिकार क्षेत्र (आरओडब्ल्यू) से 30 मीटर दूर है और एनएच-आरओडब्ल्यू के बाहर नुकसान की भरपाई हिमाचल प्रदेश सरकार की अधिसूचना के अनुसार की जाएगी, तो मंत्री ने अभद्र भाषा का प्रयोग करना शुरू कर दिया, उन्हें और योगेश को एक कमरे में बुलाया, उनके साथ मारपीट की और यहां तक ​​कि पानी से भरे बर्तन से भी मारा.

मामले पर अनिरुद्ध सिंह ने क्या कहा?

अनिरुद्ध सिंह ने आरोपों से इनकार किया और कहा कि “एफआईआर का मतलब यह नहीं है कि मैं दोषी हूं.” उन्होंने भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) द्वारा सड़क निर्माण कार्यों में व्यापक अनियमितताओं का भी दावा किया और इसके अधिकारियों को “देश में सबसे भ्रष्ट” बताया. उन्होंने कहा, “कुछ नहीं हुआ, कोई हमला नहीं हुआ और लोगों का ध्यान एनएचएआई की लापरवाही से हटाने की कोशिश की गई, जिसके कारण सोमवार को भट्टा कुफ्फार में पांच मंजिला इमारत ढह गई.” ढही हुई इमारत की मालिक रंजना वर्मा ने एनएचएआई और सड़क को चार लेन बनाने वाली कंपनी के खिलाफ जान को खतरे में डालने और संपत्ति को नुकसान पहुंचाने का मामला दर्ज कराया है.

ये भी पढ़ें- ‘अपनी ताकत के आधार पर भारत बात करता है…’ केंद्रीय मंत्री बोले- व्यापार समझौता राष्ट्रीय हित में होगा

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