पुरी भगदड़ हादसे पर कांग्रेस आक्रामक नजर आ रही है. कांग्रेस ने एक बयान जारी करके ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी के इस्तीफे की मांग की है.
Congress slams BJP on puri stampede: पुरी भगदड़ हादसे पर सियासी पारा हाई है और कांग्रेस राज्य में सत्तारूढ़ बीजेपी नेताओं के इस्तीफे की मांग कर रही है. कांग्रेस ने इस संबंध में एक बयान जारी किया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, ओडिशा प्रदेश कांग्रेस कमेटी (ओपीसीसी) ने सोमवार को मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी, उपमुख्यमंत्री प्रवती परिदा और कानून मंत्री पृथ्वीराज हरिचंदन के इस्तीफे की मांग की और उन्हें पुरी में हुई भगदड़ के लिए जिम्मेदार ठहराया. बता दें कि इस भगदड़ हादसे में तीन लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक लोग घायल हो गए.
मृतकों और घायलों के लिए मुआवजे की मांग
कांग्रेस ने राज्य के बीजेपी नेताओं को जिम्मेदारी ठहराते हुए मुआवजे की भी मांग की है. कांग्रेस ने प्रत्येक मृतक श्रद्धालु के लिए 50 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल हुए लोगों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की भी मांग की. अहम ये है कि ओडिशा के मुख्यमंत्री मोहन चरण माझी ने पहले ही मृतकों के परिवारों के लिए 25 लाख रुपये की अनुग्रह राशि की घोषणा की थी, कांग्रेस ने कहा कि यह राशि अपर्याप्त है. ओडिशा के पुरी में श्री गुंडिचा मंदिर के पास रविवार तड़के चल रही रथ यात्रा उत्सव से संबंधित एक समारोह के दौरान मची भगदड़ में दो महिलाओं सहित तीन लोगों की मौत हो गई और 50 से अधिक अन्य घायल हो गए. यह घटना सुबह करीब 4.20 बजे हुई, जब हजारों श्रद्धालु मंदिर के सामने खड़े रथों के पास एकत्र हुए थे. इस त्रासदी को घोर कुप्रबंधन का परिणाम बताते हुए कांग्रेस ने विकास आयुक्त की अध्यक्षता में राज्य सरकार की प्रशासनिक जांच को खारिज करते हुए जिला न्यायाधीश के नेतृत्व में न्यायिक जांच की मांग की है. पूर्व पार्टी अध्यक्ष प्रसाद हरिचंदन के नेतृत्व में ओपीसीसी की एक फैक्ट फाइंडिंग टीम ने भगदड़ की घटना की जांच करने के लिए रविवार को शहर का दौरा किया. टीम ने घटनास्थल का दौरा किया और जिला मुख्यालय अस्पताल में इलाज करा रहे घायलों से मुलाकात की.
कांग्रेस ने जारी किया बयान
कांग्रेस ने सोमवार को एक बयान में कहा, “टीम यह जानकर स्तब्ध और दुखी है कि दो गंभीर रूप से घायल मरीजों – जिनके पैर कथित तौर पर पूरी तरह कुचले गए थे – को उचित उपचार के बिना छुट्टी दे दी गई.” टीम ने आरोप लगाया कि सरकार इस घटना को कमतर आंकने का हर संभव प्रयास कर रही है, जबकि घायल श्रद्धालुओं के उपचार पर आंखें मूंद ली हैं.कांग्रेस ने इस बात पर जोर दिया कि न्यायिक जांच की सिफारिशों को ‘नीलाद्री बिजे’ अनुष्ठान के 10 दिनों के भीतर लागू किया जाना चाहिए, जो रथ यात्रा के समापन का प्रतीक है. इस अनुष्ठान में देवताओं को मुख्य मंदिर में वापस लाया जाता है. इस बीच, ओडिशा से कांग्रेस सांसद सप्तगिरि उलाका और नेता अरबिंद दास ने इसी घटना पर नई दिल्ली में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित किया.
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