खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति विपक्ष के प्रति उनके अल्प सम्मान को दर्शाती है. रायचूर में एक जनसभा को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि देश कठिन दौर से गुजर रहा है.
Raichur (Karnataka): कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे सोमवार को विपक्ष को ‘तुच्छ’बताने पर भड़क गए. उन्होंने पहलगाम आतंकी हमले के बाद बुलाई गई सर्वदलीय बैठकों से उनकी अनुपस्थिति की आलोचना की. खड़गे ने कहा कि प्रधानमंत्री की अनुपस्थिति विपक्ष के प्रति उनके अल्प सम्मान को दर्शाती है. यहां एक जनसभा को संबोधित करते हुए खड़गे ने कहा कि देश कठिन दौर से गुजर रहा है. उन्होंने कहा कि हाल ही में पाकिस्तानी आतंकवादियों ने पहलगाम में 26 लोगों की हत्या कर दी थी. जवाब में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान के अंदर आतंकी ठिकानों पर हमले किए और आतंकवादियों को खत्म कर दिया.
रायचूर में कई परियोजनाओं की रखी आधारशिला
उन्होंने आरोप लगाया कि जहां पूरा देश और सशस्त्र बल देश की रक्षा के लिए एकजुट होकर काम कर रहे हैं, वहीं कुछ लोग व्यक्तिगत श्रेय लेने की कोशिश कर रहे हैं. खड़गे ने सीधे तौर पर किसी का नाम लिए बिना कहा कि अगर उन्होंने सेना में कैप्टन, कर्नल या लेफ्टिनेंट कर्नल के रूप में काम किया होता, तो हम उनके महान काम और देश के लिए लड़ने के लिए उनकी सराहना करते, लेकिन ऐसा नहीं है. खड़गे मुख्यमंत्री सिद्धारमैया, कांग्रेस मंत्रियों और विधायकों के साथ रायचूर में थे, जहां उन्होंने कई परियोजनाओं की आधारशिला रखी. रायचूर विश्वविद्यालय के नामकरण समारोह की अध्यक्षता की. राज्यसभा में विपक्ष के नेता ने कहा कि कांग्रेस ने पहलगाम आतंकी हमले पर सर्वदलीय बैठक बुलाने की मांग सबसे पहले की थी.
सर्वदलीय बैठक में शामिल न होने का लगाया आरोप
उन्होंने कहा कि जब दो बार बैठक बुलाई गई तो प्रधानमंत्री दोनों ही मौकों पर इसमें शामिल नहीं हुए. मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि उन्होंने बैठक में भाग क्यों नहीं लिया. उन्होंने कहा कि कन्याकुमारी से लेकर कश्मीर तक के नेता बैठक में भाग लेने के लिए महत्वपूर्ण कार्यक्रम छोड़कर आए थे, फिर भी प्रधानमंत्री देश में होने के बावजूद इसमें शामिल नहीं हुए. उन्होंने कहा कि इसके बजाय वे बिहार चुनाव के प्रचार में व्यस्त थे. इसका क्या मतलब है? जब देश और सैनिक एक तरफ लड़ रहे थे, प्रधानमंत्री ने हमें सर्वदलीय बैठक में आमंत्रित करने के बाद दूसरी तरफ प्रचार करना चुना, यह अनुचित था. उन्होंने चेतावनी दी कि इस तरह का रवैया अच्छा संकेत नहीं है. खड़गे ने आगाह किया कि यदि आप विपक्ष को छोटा करने की कोशिश करेंगे तो नेता, लोग और खासकर इस देश के युवा इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे.
खड़गे ने लोगों के लिए भोजन की बताई जरूरत
खड़गे ने अमेरिका को जवाबी कर लगाने से रोकने में विफल रहने के लिए भी प्रधानमंत्री पर कटाक्ष किया. कांग्रेस प्रमुख ने प्रधानमंत्री को याद दिलाया कि ईरान ने हमेशा भारत का समर्थन किया है क्योंकि देश अपनी ईंधन आवश्यकता का 50 प्रतिशत वहां से आयात करता है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ने कहा कि अब ईरान और इजरायल के बीच सशस्त्र संघर्ष चल रहा है तो हमें इसे रोकने के प्रयास करने चाहिए थे. खड़गे ने कहा कि मोदी का एकमात्र जोरदार नारा यह है कि वह “विश्व गुरु” बनने जा रहे हैं. कांग्रेस प्रमुख ने कहा कि चाहे आप विश्व गुरु हों या घर में गुरु, लोगों को पेट्रोल, डीजल, भोजन, कपड़े और सिर पर छत चाहिए. हम चाहते थे कि वह इन चीजों के लिए प्रयास करें.
शिक्षा के भगवाकरण का आरोप
खड़गे ने शिक्षा के भगवाकरण का भी आरोप लगाया. उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस पार्टी की गारंटियों को देश भर में प्रभावी ढंग से लागू किया जा रहा है. खड़गे ने कहा कि महिलाओं और अन्य नागरिकों को सीधे लाभ पहुंचाने वाली कल्याणकारी पहलों की आलोचना और बदनामी लोगों को प्रभावित नहीं करेगी. उन्होंने दावा किया कि जिस तरह से कांग्रेस सरकार सामाजिक न्याय के लिए प्रयास कर रही है, भाजपा देश में कहीं भी ऐसा नहीं कर सकती.
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