Nameplate Controversy : उत्तर प्रदेश में नेम प्लेट लगाने वाले मामले में अब विपक्षी पार्टी के बाद सहयोगी दलों ने भी सवाल खड़े कर दिए हैं. इस बीच जयंत चौधरी ने इस आदेश को सरकार से वापस लेने का आग्रह किया है.
21 July, 2024
Nameplate Controversy : उत्तर प्रदेश की योगी सरकार कावंडियों की यात्रा के रूट में नेम प्लेट लगाने वाले आदेश पर चौतरफा घिरती नजर जा रही है. इस मामले में अभी तक विपक्षी पार्टियां ही निशाना साध रही थीं, लेकिन NDA की सहयोगी पार्टियां भी इस फैसले की आलोचना कर रही हैं. रविवार को केंद्रीय राज्य मंत्री जयंत चौधरी (Jayant Chaudhary) ने आदेश को वापस लेने का आग्रह किया है. उन्होंने कहा कि तीर्थ यात्रा किसी एक धर्म या जाति की नहीं है. बता दें कि समाजवादी पार्टी 29 जुलाई से शुरू होने वाले सत्र में योगी सरकार को घेरने की तैयारी में है.
एक वर्ग को निशाना बनाता है फैसला
मुजफ्फरपुर में पुलिस ने कांवड़ यात्रा में सभी ठेलों और दुकानों पर नेम प्लेट लगाने वाले फैसले के बाद यूपी सरकार ने शुक्रवार को इस आदेश को पूरे प्रदेश में लागू कर दिया. सत्तारूढ़ के सहयोगी दल और विपक्षी पार्टियों ने इस फैसले की आलोचना की है और इसे वापस लेने के लिए दबाव बना रही हैं. आलोचना करने वाले नेताओं का कहना है कि यह फैसला मुसलमान व्यापारियों को निशाना बनाता है. राज्यसभा सदस्य ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि यह आदेश बिना सोचे समझे लिया गया है और इस पर सरकार भी पूरी तरह से अड़ गई है.
सहयोगी पार्टियों ने नेम प्लेट पर आश्चर्य जताया
RLD प्रमुख ने कहा कि यूपी सरकार के पास अभी समय है कि इस फैसले को वापस ले ले. सहयोगी पार्टियों ने इस बात के लिए काफी आश्चर्य जताया कि क्या किसी धर्म के व्यक्ति को पहचान दिखाने के लिए कपड़ों और ठेलों पर टैग लगाना चाहिए. उन्होंने कहा कि इन पहचान को अब कहां-कहां पर नाम का टैग लगाना होगा? ताकि यह भी पता चल जाए कि किससे हाथ मिलाना है और किससे नहीं?
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