वारदात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने हत्या की जांच जल्द से जल्द पूरी करने का निर्देश दिया.
Patna: बिहार के जाने-माने व्यवसायी गोपाल खेमका की पटना में उनके आवास के बाहर बाइक सवार हमलावर ने गोली मारकर हत्या कर दी. घटना शुक्रवार रात करीब 11.40 बजे गांधी मैदान इलाके में खेमका के घर के गेट के पास हुई, जब वह अपनी कार से उतरने वाले थे. वारदात के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्य में कानून व्यवस्था की समीक्षा के लिए शनिवार को बैठक बुलाई, जिसमें उन्होंने संबंधित अधिकारियों को खेमका की हत्या की जांच जल्द से जल्द पूरी करने का निर्देश दिया. एसपी (पटना सेंट्रल) दीक्षा ने संवाददाताओं को बताया कि स्थानीय पुलिस स्टेशन के अधिकारी और गश्ती वाहनों में सवार कर्मी तुरंत मौके पर पहुंच गए और अपराध स्थल को सुरक्षित कर लिया. उन्होंने कहा कि जांच चल रही है.
लापरवाह पुलिसकर्मियों पर होगी सख्त कार्रवाईः नीतीश
एसपी ने कहा कि फोरेंसिक विशेषज्ञ साक्ष्य एकत्र कर रहे हैं और सीसीटीवी फुटेज की भी जांच की जा रही है. घटनास्थल से एक गोली और एक कारतूस बरामद किया गया है. मुख्यमंत्री ने बैठक में इस बात पर जोर दिया कि कानून का शासन एनडीए सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है. उन्होंने लापरवाही बरतने पर पुलिसकर्मियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की चेतावनी दी. इस बीच खेमका के कुछ रिश्तेदारों और परिवार के सदस्यों ने आरोप लगाया कि पुलिसकर्मी घटना के करीब दो घंटे बाद घटनास्थल पर पहुंचे. हालांकि पीटीआई से बात करते हुए बिहार के डीजीपी विनय कुमार ने आरोप से इनकार किया. कुमार ने कहा कि पुलिस कार्रवाई में देरी का कोई सवाल ही नहीं है.
बेटे की भी 2018 में कर दी गई थी हत्या
कहा कि शुक्रवार रात 11.40 बजे गोलीबारी होने के बाद उनके परिवार के सदस्य उन्हें कंकड़बाग इलाके के एक निजी अस्पताल ले गए, जिसमें करीब 30-35 मिनट का समय लगा. डीजीपी ने कहा कि व्यवसायी की हत्या की जांच के लिए एक एसआईटी गठित की गई है. उन्होंने कहा कि हत्या के पीछे पुरानी रंजिश की संभावना से इंकार नहीं किया जा सकता. उन्होंने कहा कि पुलिस को मामले में कुछ अहम सुराग मिले हैं. कुमार ने कहा कि खेमका के बेटे की भी 2018 में हाजीपुर में हत्या कर दी गई थी. उसके मद्देनजर गोपाल खेमका को सुरक्षा प्रदान की गई थी. इसे अप्रैल 2024 में वापस ले लिया गया. इसके बाद उन्होंने कभी सुरक्षा की मांग नहीं की.
हर महीने सैकड़ों व्यापारियों की हत्याः तेजस्वी
घटना के बाद पुलिस ने उनके दूसरे बेटे को सुरक्षा प्रदान की है, जो पेशे से डॉक्टर हैं. घटना पर प्रतिक्रिया देते हुए विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि पटना में पुलिस स्टेशन से चंद कदम की दूरी पर बिहार के एक मशहूर व्यवसायी की हमलावर ने गोली मारकर जान ले ली. बिहार में हर महीने सैकड़ों व्यापारियों की हत्या हो रही है, लेकिन लोग इसे जंगल राज नहीं कह रहे हैं. इसे सरकार का मीडिया मैनेजमेंट और इमेज बिल्डिंग अभ्यास कहते हैं. बिहार कांग्रेस के प्रवक्ता राजेश राठौड़ ने कहा कि इसने एक बार फिर राज्य में कानून व्यवस्था की स्थिति को उजागर कर दिया है. पूर्णिया से निर्दलीय लोकसभा सांसद राजेश रंजन उर्फ पप्पू यादव ने एक्स पर एक अन्य पोस्ट में कहा कि कोई भी सुरक्षित नहीं है. राज्य में मौजूदा एनडीए सरकार अपराधियों को संरक्षण दे रही है. नीतीश जी, कृपया बिहार को बख्श दें.
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