भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में हिरासत में लिए जाने की खबर है. भारत की पहल पर ये अमेरिका में ये बड़ा एक्शन हुआ है.
Nehal Modi: भगोड़े हीरा कारोबारी नीरव मोदी के भाई निहाल मोदी को अमेरिका में हिरासत में लिया गया है. न्यूज एजेंसी PTI के मुताबिक, नीरव मोदी के भाई को भारत के प्रत्यर्पण अनुरोध पर हिरासत में लिया गया है. अमेरिकी अधिकारियों ने जानकारी दी है कि प्रवर्तन निदेशालय और सीबीआई के प्रत्यर्पण अनुरोधों के आधार पर ही ये कार्रवाई की गई है. अमेरिकी अधिकारियों ने भारत को निहाल मोदी को हिरासत में लिए जाने के संबंध में जानकारी दे दी है. उन्होंने बताया कि मामले में सुनवाई की अगली तारीख 17 जुलाई है, जब निहाल जमानत मांग सकता है, लेकिन अमेरिकी अभियोजक इसका विरोध करेंगे.
क्या-क्या आरोप लगे हैं?
बताया गया कि यह कदम प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) और केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) द्वारा संयुक्त रूप से प्रस्तुत प्रत्यर्पण अनुरोध पर उठाया गया. अमेरिकी अभियोजकों द्वारा प्रत्यर्पण कार्यवाही दो आरोपों पर की गई जिसमें धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 की धारा 3 के तहत धन शोधन का मामला, और एक भारतीय दंड संहिता की धारा 120-बी (आपराधिक साजिश) और 201 (गायब होना) के तहत आपराधिक साजिश का मामला.
क्या है मामला?
46 वर्षीय निहाल पंजाब नेशनल बैंक से जुड़े 13,000 करोड़ रुपये के कथित धोखाधड़ी के मामले में आरोपी है. यह इस तरह की सबसे बड़ी धोखाधड़ी में से एक है. आरोप है कि धोखाधड़ी की साजिश दोनों भाइयों और उनके चाचा मेहुल चोकसी ने रची थी. बेल्जियम के एंटवर्प में जन्मे और पले-बढ़े निहाल मोदी अंग्रेजी, गुजराती और हिंदी में पारंगत हैं. वह अपने भाई नीरव मोदी की ओर से अपराध की आय को सफेद करने के आरोप में भारत में वांछित हैं. नीरव मोदी लंदन की जेल में बंद हैं और भारतीय अनुरोध पर ब्रिटेन से प्रत्यर्पण की कार्यवाही का सामना कर रहे हैं. अधिकारियों ने बताया कि नेहल पर भारतीय कानूनों का उल्लंघन करते हुए फर्जी कंपनियों और विदेशी लेनदेन के जाल के माध्यम से बड़ी मात्रा में अवैध धन को छिपाने और स्थानांतरित करने में सहायता करने का आरोप है. उन्होंने बताया कि नेहल का नाम इस मामले में ईडी द्वारा दायर आरोपपत्र में दर्ज किया गया है और उस पर सबूतों को नष्ट करने और नीरव मोदी को उसके कथित अवैध कृत्यों में “जानबूझकर और जानबूझकर” सहायता करने का आरोप लगाया गया है. ईडी ने आरोप लगाया कि पीएनबी घोटाले के प्रकाश में आने के बाद नेहल ने नीरव के करीबी विश्वासपात्र और कार्यकारी मिहिर आर भंसाली के साथ मिलकर दुबई से 50 किलोग्राम सोना और भारी मात्रा में नकदी ली और फर्जी निदेशकों को निर्देश दिया कि वे अधिकारियों के समक्ष उसका नाम उजागर न करें.
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