अधिकारियों के अनुसार, अक्षरधाम मंदिर के पास से शुरू होने वाले यूईआर 2 को दिल्ली-देहरादून से जोड़ने से हरियाणा और राजस्थान से आने वाले यातायात को तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी.
New Delhi: दिल्ली और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में भीड़भाड़ कम करने के लिए केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता के बीच हाल ही में हुई बैठक में दो मेगा हाईवे के निर्माण को मंजूरी दी गई है, जिसकी लागत करीब 10,000 करोड़ रुपये होगी. ट्रॉनिका सिटी के पास अर्बन एक्सटेंशन रोड II (UER 2) को दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ने वाले 17 किलोमीटर लंबे नए हाईवे को मंजूरी दी गई है. पूरा होने के बाद यह परियोजना आंतरिक सड़कों पर यातायात के भार को कम करेगी, जिससे राष्ट्रीय राजमार्ग-48, राष्ट्रीय राजमार्ग-44, रिंग रोड और बारापुला एलिवेटेड कॉरिडोर पर दबाव कम होगा. परियोजना की अनुमानित निर्माण लागत 3,300 करोड़ रुपये है.
जून के मध्य तक तैयार होगी परियोजना रिपोर्ट
अधिकारियों के अनुसार, अक्षरधाम मंदिर के पास से शुरू होने वाले यूईआर 2 को दिल्ली-देहरादून से जोड़ने से हरियाणा और राजस्थान से आने वाले यातायात को तेज़ कनेक्टिविटी मिलेगी, जो देहरादून की ओर जाने वाला है. विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) तैयार करने का काम इस साल जून के मध्य तक होने की संभावना है. ट्रोनिका सिटी से निर्माणाधीन फरीदाबाद-नोएडा-गाजियाबाद एक्सप्रेसवे या एफएनजी एक्सप्रेसवे को जोड़ने वाले 65 किलोमीटर लंबे राजमार्ग के निर्माण के लिए एक अन्य परियोजना को मंजूरी दी गई है. योजना के अनुसार, यह राजमार्ग एनसीआर के पांच प्रमुख मार्गों- दिल्ली-देहरादून एक्सप्रेसवे, दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे, नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे, डीएनडी-फरीदाबाद हाईवे और यमुना एक्सप्रेसवे को जोड़ेगा.
सराय काले खां पर भीड़ से मिलेगी मुक्ति
अधिकारियों ने बताया है कि यह राजमार्ग एनसीआर के शहरों जैसे लोनी, बागपत, गाजियाबाद, नोएडा और फरीदाबाद को उत्तर और दक्षिण-पश्चिम दिल्ली से जोड़ेगा. यह आंतरिक सड़कों और सराय काले खां खंड और कालिंदी कुंज जैसे शहर के केंद्रों को भीड़भाड़ से मुक्त करने में मदद करेगा, जिससे अंतर-शहर और माल यातायात के लिए एक विकल्प उपलब्ध होगा. इस परियोजना के लिए डीपीआर तैयार करने के लिए एक सलाहकार को नियुक्त करने के लिए एक निविदा जारी की गई है, निर्माण की अनुमानित लागत 7,500 करोड़ रुपये है.
NHAI बनाएगा राजमार्ग
केंद्र द्वारा दिल्ली में कुल 1.25 लाख करोड़ के कार्य की भीड़भाड़ कम करने वाली परियोजनाएं शुरू की गई हैं. इन परियोजनाओं को भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) द्वारा PWD के सहयोग से अपने खर्च पर क्रियान्वित किया जाएगा. सीएम गुप्ता ने उच्च स्तरीय बैठक के बाद कहा कि NHAI दिल्ली के लैंडफिल साइटों पर जमा हुए विरासत कचरे के बायोमाइनिंग के माध्यम से प्राप्त निष्क्रिय कचरे की बड़ी मात्रा का भी उपयोग कर रहा है.
ये भी पढ़ेंः दिल्ली पुलिस की ‘जोरदार स्ट्राइक’, 66 अवैध बांग्लादेशी प्रवासियों को धर दबोचा, अभी कितने बाकी?