Player suicide case: मध्य प्रदेश के देवास में जू-जित्सु (जापानी मार्शल आर्ट) की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. इस सिलसिले में पुलिस ने खेल संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया.
Player suicide case: मध्य प्रदेश के देवास में जू-जित्सु (जापानी मार्शल आर्ट) की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी ने घर में फांसी लगाकर जान दे दी. इस सिलसिले में पुलिस ने खेल संघ के वरिष्ठ पदाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया. पुलिस की कार्रवाई से राज्य के खेल संघों में हड़कंप मच गया गया है. 35 साल की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी को मानसिक तौर पर परेशान कर आत्महत्या के लिए उकसाने के आरोप में इस खेल से जुड़े संगठन के वरिष्ठ पदाधिकारी को गिरफ्तार कर लिया गया. बैंक नोट प्रेस थाना प्रभारी अमित सोलंकी ने बताया कि अंतरराष्ट्रीय जू-जित्सु खिलाड़ी रोहिणी कलम (35) ने 26 अक्टूबर को अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी. रोहिणी के परिजनों के बयानों और तकनीकी सबूतों के आधार पर जांच में पुलिस ने पाया कि 35 साल की खिलाड़ी को मध्य प्रदेश जू-जित्सु संघ के अध्यक्ष विजेंद्र खरसोदिया और उपाध्यक्ष प्रीतम सिंह सोलंकी द्वारा मानसिक रूप से लगातार प्रताड़ित किया जा रहा था, जिससे वह आत्महत्या के लिये विवश हो गई.
रोहिणी का कोच भी था खरसोदिया
थाना प्रभारी ने बताया कि खिलाड़ी की मौत को लेकर बैंक नोट प्रेस थाने में भारतीय न्याय संहिता की धारा 108 (आत्महत्या के लिए उकसाना) और दूसरे संबंधित कानूनी प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है. उन्होंने बताया कि आरोपियों में शामिल सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया गया है, जबकि खरसोदिया की तलाश की जा रही है. खरसोदिया रोहिणी का कोच भी रह चुका है, जिसके प्रशिक्षण में रोहिणी ने जू-जित्सु की राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं में अलग-अलग पुरस्कार जीते थे. पुलिस के एक और अधिकारी ने एफआईआर के हवाले से बताया कि जून में रोहिणी के पेट की गांठ का ऑपरेशन हुआ था. इसके बावजूद खरसोदिया और सोलंकी उसे बार-बार फोन करके परेशान करते थे और प्रशिक्षण के लिए बुलाते थे. खेल संघ के दोनों पदाधिकारियों पर ये आरोप भी लगाया गया है कि वे रोहिणी को उनसे बिना पूछे किसी भी प्रतियोगिता में जाने नहीं देते थे और मृतका पर दबाव डालकर उसकी मर्जी के बगैर भी स्पर्धाओं में ले जाते थे.
बहन ने की CBI जांच की मांग
इस बीच जू-जित्सु की अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी के परिजनों ने देवास पुलिस की जांच को लेकर असंतोष जताया है. रोहिणी की छोटी बहन रोशनी ने कहा कि मेरी बड़ी बहन की आत्महत्या के मुद्दे पर जब हमने आंदोलन की बात कही, तब जाकर पुलिस ने बुधवार (19 नवंबर) को आनन-फानन मामला दर्ज किया. मैं पुलिस की जांच से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हूं और चाहती हूं कि मेरी बहन की मौत की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (CBI ) से कराई जाए. उन्होंने आरोप लगाया कि खरसोदिया और सोलंकी उनकी बहन के निजी जीवन में वक्त-बेवक्त काफी ज्यादा दखल देते थे और खेल को लेकर बहन पर अनुचित दबाव भी बनाते थे. रोशनी ने ये दावा भी किया कि उनकी बहन के कमरे से लैपटॉप और पेन ड्राइव गायब है. इन उपकरणों के बारे में उनके परिजनों को कोई जानकारी नहीं है. रोशनी ने कहा कि अगर निष्पक्ष जांच नहीं होती है तो वे मुख्यमंत्री से मिलकर न्याय की गुहार लगाएंगी.
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