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राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख रहे रामविलास वेदांती जी का निधन, CM योगी ने व्यक्त किया दुख

by Live Times
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Ram Vilas Vedanti Passed Away

Ram Vilas Vedanti Passed Away: रााम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले संत और पूर्व सांसद रामविलास वेदांत जी का निधन हो गया है.

15 December, 2025

Ram Vilas Vedanti Passed Away: रााम मंदिर आंदोलन में प्रमुख भूमिका निभाने वाले संत और भाजपा के पूर्व सांसद रामविलास वेदांत जी का निधन हो गया है. 75 वर्ष की आयु में उन्होंने मध्य प्रदेश के रीवा में अंतिम सांस ली. पिछले कई दिनों से उनका इलाज रीवा के संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में चल रहा था. आज दोपहर को उनका निधन हुआ. अब उनके पार्थिव शरीर को अयोध्या लाया जा रहा है, जहां सरयू में उन्हें जल समाधि दी जाएगी. वेदांती जी के निधन पर सीएम योगी समेत कई नेताओं और साधु-संतों ने दुख व्यक्त किया है.

एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका

वेदांती जी पिछले दो दिनों से राम कथा के लिए एमपी के रीवा में थे. रविवार को उनकी तबीयत खराब हुई तो उन्हें संजय गांधी मेमोरियल अस्पताल में भर्ती करवाया गया. वहां वेदांती जी को मध्यरात्रि में हार्ट अटैक आया, जिसके बाद उन्हें एयरलिफ्ट करके मेदांता ले जाने की तैयारी की जा रही थी, लेकिन खराब मौसम और विजिबिलिटी कम होने के कारण एयरलिफ्ट नहीं किया जा सका. दोपहर में 12:30 बजे करीब उन्होंने अपनी अंतिम सांस ली.

सीएम योगी ने व्यक्त किया दुख

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है. उन्होंने कहा कि श्री राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रमुख व्यक्ति, पूर्व सांसद और अयोध्या धाम में वशिष्ठ आश्रम के पूज्य संत डॉ. राम विलास वेदांती जी महाराज का निधन आध्यात्मिक जगत और सनातन संस्कृति के लिए एक अपूरणीय क्षति है. उन्हें विनम्र श्रद्धांजलि! उनके निधन से एक युग का अंत हो गया है. धर्म, समाज और राष्ट्र की सेवा में समर्पित उनका त्यागपूर्ण जीवन हम सभी के लिए प्रेरणा है. हम भगवान श्री राम से प्रार्थना करते हैं कि वे दिवंगत आत्मा को अपने चरणों में स्थान दें और उनके शोकाकुल शिष्यों और अनुयायियों को इस अपार दुख को सहने की शक्ति दें. ओम शांति!

राम मंदिर आंदोलन के प्रमुख स्तंभ थे

राम विलास वेदांती राम मंदिर आंदोलनों के प्रमुख स्तंभों में से एक थे. वे अयोध्या से सांसद भी रहे और संसद में राम मंदिर के लिए आवाज उठाई. हाल ही में उन्होंने केंद्र सरकार और यूपी सरकार से मांग की थी कि अयोध्या में उन सड़कों का नाम बदला जाए, जिन्हें मुस्लिम शासकों के नाम पर रखा गया है. उन्होंने कहा था कि राम की नगरी में राम के नाम पर, उनके पूर्वजों के नाम पर गलियां होना चाहिए. यहां राजा दिलीप, राजा रघु, राजा दशरथ के नाम पर गलियों के नाम रखे जाने चाहिए.

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