Roof Collapses in Danapur: बिहार के दानापुर में दर्दनाक हादसा हुआ है. अकिलपुर थाना क्षेत्र में बीती रात को एक घर की छत गिरने से तीन बच्चों समेत एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई.
10 November, 2025
Roof Collapses in Danapur: बिहार के दानापुर में दर्दनाक हादसा हुआ है. अकिलपुर थाना क्षेत्र में बीती रात को एक घर की छत गिरने से तीन बच्चों समेत एक ही परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. पुलिस ने सोमवार को यह जानकारी दी. एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह घटना रविवार रात करीब 9.45 बजे हुई जब पूरा परिवार एक साथ सो रहा था. सारण के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कुमार आशीष ने बताया, “छत गिरने की घटना में तीन बच्चों समेत परिवार के पांच सदस्यों की मौत हो गई. सूचना मिलते ही पुलिस की एक टीम मौके पर पहुंची और मलबे से शवों को निकाला. शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है.”
2 साल की बच्ची समेत पूरे परिवार की मौत
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मृतकों के नाम बबलू खान, उनकी पत्नी रौशन खातून, उनका एक बेटा चांद और दो बेटियां रुकसार और चांदनी है. सबसे छोटी बेटी चांदनी की उम्र केवल 2 साल थी. गांववालों के मुताबिक, परिवार रोज की तरह खाना खाकर सो रहा था. तभी अचनाक घर की छत भरभराकर गिर पड़ी. बताया जा रहा है कि बबलू खान परिवार का अकेला कमाने वाला व्यक्ति था. गरीबी के कारण वो अपने घर की मरम्मत नहीं करवा पाया. इस हादसे से पूरे गांव में मातम छा गया है. आर्थिक तंगी के कारण एक और परिवार ने अपनी जान गंवा दी.
इंदिरा आवास के तहत मिला था घर
जर्जर मकान इंदिरा आवास योजना के तहत बनाया गया था. ग्रामीणों ने बताया कि यह मकान 30 साल पहले इंदिरा आवास योजना के तहत बनाया गया था. समय के साथ, मकान पुराना और जर्जर हो गया था. हाल ही में हुई बारिश और नमी के कारण दीवारें कमज़ोर हो गई थीं और छत में दरारें पड़ गई थीं. आर्थिक तंगी के कारण, परिवार मरम्मत का खर्च उठाने में असमर्थ था. ग्रामीणों ने बताया कि ऐसे कई इंदिरा आवास मकान अब जर्जर हो चुके हैं, जिनकी जांच की आवश्यकता है.
जांच कर रही पुलिस
घटना के बाद, स्थानीय प्रशासन ने जांच शुरू कर दी है. थाना प्रभारी विनोद ने बताया कि शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया है. प्रशासनिक अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को सरकारी सहायता का आश्वासन दिया है. यह इलाका पटना के राजस्व जिले के अंतर्गत आता है. अधिकारी ने बताया कि पुलिस ने मृतकों के परिजनों को पर्याप्त मुआवजा देने के लिए घटना से संबंधित सभी दस्तावेज संबंधित जिला प्रशासन को भेज दिए हैं. सवाल यह है कि इस दर्दनाक हादसे का जिम्मेदार कौन हैं- प्रशासन या परिवार की गरीबी. प्रशासन को अब योजना के तहत बने मकानों की जांच करनी चाहिए.
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