CM Yogi: सीएम आदित्यनाथ ने कर विभाग के राजस्व प्रदर्शन की समीक्षा की और वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जोनल अधिकारियों से सीधे बातचीत की.
CM Yogi: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को इस बात पर जोर देते हुए कि राज्य कर विभाग में फील्ड पोस्टिंग पूरी तरह से प्रदर्शन के आधार पर होगी. निर्देश दिया कि केवल स्वच्छ छवि और लक्ष्य हासिल करने के प्रति प्रतिबद्धता वाले अधिकारियों को ही भूमिका सौंपी जाए. सीएम आदित्यनाथ ने कर विभाग के राजस्व प्रदर्शन की समीक्षा की और वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिए जोनल अधिकारियों से सीधे बातचीत की. अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि वित्तीय वर्ष 2025-26 के सितंबर तक, राज्य कर विभाग ने कुल 55,000 करोड़ रुपये एकत्र किए थे, जिसमें जीएसटी से 40,000 करोड़ रुपये और वैट/गैर-जीएसटी स्रोतों से 15,000 करोड़ रुपये शामिल थे. पिछले वर्ष इसी अवधि के दौरान संग्रह 55,136.29 करोड़ रुपये था. आदित्यनाथ ने जोर देकर कहा कि उत्तर प्रदेश को सुनियोजित प्रयासों के माध्यम से राष्ट्रीय जीएसटी संग्रह में अग्रणी योगदानकर्ता बनना चाहिए.
धनतेरस और दिवाली पर न हो अनावश्यक छापेमारी
उन्होंने कहा कि जीएसटी में हालिया सुधारों के बाद बाजार ने सकारात्मक गति दिखाई है, जिसका प्रभाव आने वाले महीनों में अधिक दिखाई देने की उम्मीद है. उन्होंने अधिकारियों को धनतेरस और दिवाली के दौरान अनावश्यक निरीक्षण या छापेमारी से बचने का भी निर्देश दिया. उन्होंने इस बात पर जोर दिया कि व्यापारियों और उद्यमियों को किसी भी उत्पीड़न का सामना नहीं करना चाहिए. समीक्षा बैठक के दौरान यह बताया गया कि बरेली (64.2 प्रतिशत), सहारनपुर (63.7 प्रतिशत), मेरठ (63 प्रतिशत), गोरखपुर (62.5 प्रतिशत), और झांसी (62.1 प्रतिशत) जैसे क्षेत्रों ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया, जबकि कुछ क्षेत्रों ने अपने लक्ष्यों का केवल 55-58 प्रतिशत ही हासिल किया, जो सुधार की गुंजाइश दर्शाता है. आदित्यनाथ ने वाराणसी- I और II, गोरखपुर, प्रयागराज, अयोध्या, लखनऊ- I और II, कानपुर- I और II, इटावा, झांसी, आगरा, अलीगढ़, मुरादाबाद, मेरठ, गाजियाबाद- I और II, गौतम बुद्ध नगर और सहारनपुर सहित सभी क्षेत्रों के प्रदर्शन की समीक्षा की.
असंतोषजनक प्रदर्शन पर जवाबदेही तय
अधिकारियों को 50 प्रतिशत से कम राजस्व संग्रहण वाले प्रभागों के कारणों की व्याख्या करने तथा तत्काल सुधारात्मक कार्य योजना तैयार करने के लिए कहा गया. मुख्यमंत्री ने इस बात पर संतोष व्यक्त किया कि बरेली, झांसी और कानपुर-I क्षेत्रों में कोई भी ऐसा मंडल नहीं है जहां कर संग्रह 50 प्रतिशत से कम रहा हो. हालांकि, उन्होंने असंतोषजनक प्रदर्शन करने वाले क्षेत्रों के लिए जवाबदेही तय करने के निर्देश दिए. उन्होंने इस बात पर ज़ोर दिया कि राजस्व वृद्धि राज्य की आर्थिक प्रगति की नींव है. उन्होंने सभी अधिकारियों से लक्ष्य प्राप्ति के लिए शत-प्रतिशत दृढ़ संकल्प के साथ कार्य करने का आह्वान किया.
जीएसटी पंजीकरण बढ़ाने की सलाह
आदित्यनाथ ने वरिष्ठ अधिकारियों से व्यक्तिगत रूप से बाज़ारों का दौरा करने, बाज़ार मानचित्रण करने, व्यापारियों से मिलने और उनकी अपेक्षाओं को समझने का आग्रह किया. एक उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि मंडी शुल्क कम करने से किसानों को लाभ हुआ है और राजस्व में भी वृद्धि हुई है, जिससे यह साबित होता है कि एक पारदर्शी और सरलीकृत कर प्रणाली हमेशा सकारात्मक परिणाम देती है. उन्होंने व्यापारिक समुदाय के साथ निरंतर जुड़ाव पर ज़ोर दिया और निर्देश दिया कि जीएसटी पंजीकरण बढ़ाने और समय पर रिटर्न दाखिल करने के प्रयास तेज़ किए जाएं. बैठक में फर्जी फर्मों और फर्जी इनपुट टैक्स क्रेडिट (आईटीसी) दावों से जुड़े मामलों की प्रगति की भी समीक्षा की गई.
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