UP News: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. घटना के बाद परिजनों और ग्रामीणों ने हंगामा किया.
UP News: उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में रेलवे सुरक्षा बल (RPF) की हिरासत में एक युवक की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई. मृतक के परिजनों और ग्रामीणों ने घटना के बाद जमकर हंगामा किया. परिजनों ने आरोप लगाया कि पूछताछ के दौरान आरपीएफ जवानों ने युवक को बुरी तरह पीटा और करंट लगाया. पुलिस ने बताया कि इस मामले में तीन पुलिसकर्मियों को नामजद करते हुए कोतवाली नगर थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है. पुलिस ने बताया कि संजय सोनकर (35) को आरपीएफ ने मालगाड़ी से सरसों का तेल चोरी के मामले में पूछताछ के लिए हिरासत में लिया था. मृतक मोतीगंज थाना क्षेत्र के किनकी गांव का निवासी था. परिजनों का आरोप है कि आरपीएफ के दो दारोगा और एक सिपाही ने संजय को घर से पकड़ा. कई गांवों में मोटरसाइकिल से घुमाया और स्टेशन ले जाकर निर्दयता से पिटाई की.
परिजनों ने किया हंगामा
आरोप है कि जब हालत गंभीर हो गई, तो देर रात उसे गोंडा मेडिकल कॉलेज लाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया. परिजनों का कहना है कि मौत के बाद आरपीएफ जवान बिना सूचना दिए शव को मुर्दाघर में छोड़कर फरार हो गए. बुधवार सुबह जब ग्रामीणों को इसकी जानकारी मिली तो उन्होंने मुर्दाघर के बाहर हंगामा किया. संजय की बेटी मानसी ने आरोप लगाया कि मेरे पिता को करंट लगाकर मारा गया. आरपीएफ गोंडा के सहायक सुरक्षा आयुक्त महेंद्र प्रसाद दुबे ने बताया कि तेल चोरी के एक मामले में संजय और उसके साले पवन की तलाश थी. टीम जब गिरफ्तारी के लिए गई तो पूछताछ के दौरान संजय की तबीयत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी मौत हो गई. उन्होंने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी और दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.
दो दारोगा और एक सिपाही पर केस दर्ज
कोतवाली नगर थाना प्रभारी विवेक त्रिवेदी ने बताया कि संजय के भाई राजू सोनकर की तहरीर पर आरपीएफ के दो उप निरीक्षक, एक सिपाही और कुछ अज्ञात जवानों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी गई है. पति संजय की मौत पर मेडिकल कॉलेज में पत्नी गीता के साथ ही अन्य परिजन रोकर बेहाल थे. परिवार की महिलाएं गीता को संभाल रही थीं. रह-रहकर वह बेहोश हो जाती. पानी की छींटे मुंह पर डालकर होश में लाया जाता. दोपहर करीब 12 बजे वह अचानक बदहवास हो गई. पानी की छींटे मारने पर भी नहीं उठीं तो परिवार के लोग गोद में उठाकर इमरजेंसी की ओर दौड़ पड़े. इमरजेंसी में चिकित्सकों ने गीता का इलाज किया. इसके बाद उसे होश आया.
ये भी पढ़ेंः ईटानगर के चर्चित दोहरे सुसाइड केस में बड़ा एक्शन: दिल्ली सरकार के विशेष सचिव पोटोम गिरफ्तार
