Aaj Ka Panchang: सूर्य भरणी नक्षत्र के तीसरे चरण में है जबकि चंद्रमा मघा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरणों के बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरणों में प्रवेश करेगा.
Aaj Ka Panchang: वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की नवमी तिथि को मंगलवार का विशेष संयोग बन रहा है. विक्रम संवत 2082 कालयुक्त और शक संवत 1947 विश्वावसु के अंतर्गत आने वाला यह दिन धार्मिक दृष्टिकोण से विशेष महत्व रखता है. सूर्य का उदय प्रातः 05:36 बजे और अस्त 06:59 बजे होगा. चंद्रमा दोपहर 01:35 बजे उदित होगा और अगले दिन प्रातः 02:38 बजे अस्त होगा. तिथि की बात करें तो शुक्ल नवमी प्रातः 08:38 बजे तक रहेगी, जिसके पश्चात शुक्ल दशमी आरंभ हो जाएगी. नक्षत्र की बात करें तो मघा नक्षत्र दोपहर 03:52 बजे तक रहेगा, जिसके बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र का प्रवेश होगा.
आज का दिन विशेष इसलिए भी है क्योंकि सूर्य मेष राशि में और चंद्रमा सिंह राशि में गोचर कर रहे हैं. सूर्य भरणी नक्षत्र के तीसरे चरण में है जबकि चंद्रमा मघा नक्षत्र के तृतीय एवं चतुर्थ चरणों के बाद पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय चरणों में प्रवेश करेगा. योगों में ध्रुव योग रात 12:30 बजे तक रहेगा और उसके बाद व्याघात योग प्रभाव में आएगा. करण की दृष्टि से कौलव प्रातः 08:38 बजे तक रहेगा, तत्पश्चात तैतिल और फिर गर करण का प्रभाव रहेगा.
आज के शुभ मुहूर्तों की बात करें तो ब्रह्म मुहूर्त प्रातः 04:11 से 04:54 बजे तक है. अभिजीत मुहूर्त दोपहर 11:51 से 12:45 बजे तक रहेगा जो किसी भी शुभ कार्य को आरंभ करने के लिए अत्यंत श्रेष्ठ माना गया है. विजय मुहूर्त दोपहर 02:32 से 03:25 बजे तक रहेगा जबकि अमृत काल 01:17 से 03:00 बजे तक रहेगा। रवि योग पूरे दिन रहेगा जो इसे अत्यंत शुभ बनाता है.
वहीं, दिन के अशुभ कालों में राहुकाल दोपहर 03:39 से 05:19 बजे तक रहेगा. यमगण्ड 08:57 से 10:38 बजे तक तथा गुलिक काल 12:18 से 01:58 बजे तक रहेगा. दुर्मुहूर्त काल 08:17 से 09:11 बजे तक और 11:14 से 11:56 बजे तक रहेगा.
आज का दिन गण्ड मूल दोष वाला है जो मघा नक्षत्र के कारण प्रातः 05:36 से दोपहर 03:52 बजे तक प्रभावी रहेगा. इस समय नवजात शिशुओं के संस्कार या अन्य शुभ कार्यों से बचने की सलाह दी जाती है. बाण दोष में रज बाण प्रभावी रहेगा जो आज शाम 05:37 बजे से पूरी रात तक रहेगा. दिशाशूल उत्तर दिशा में है, अतः इस दिशा में यात्रा करने से बचना चाहिए या जरूरत पड़ने पर गुड़ खाकर प्रस्थान करना हितकारी रहेगा.
तारीख | 06 मई 2025, मंगलवार |
स्थान | नई दिल्ली, भारत |
विक्रम संवत | 2082 कालयुक्त |
शक संवत | 1947 विश्वावसु |
गुजराती संवत | 2081 नल |
चंद्र मास | वैशाख (पूर्णिमान्त एवं अमान्त) |
पक्ष | शुक्ल पक्ष |
तिथि | नवमी (08:38 एएम तक), दशमी |
वार | मंगलवार |
नक्षत्र | मघा (03:52 पीएम तक), पूर्वाफाल्गुनी |
योग | ध्रुव (12:30 एएम, 07 मई तक), व्याघात |
करण | कौलव (08:38 एएम तक), तैतिल (09:24 पीएम तक), गर |
सूर्य राशि | मेष |
चंद्र राशि | सिंह |
सूर्य नक्षत्र | भरणी (तीसरा चरण) |
चंद्र नक्षत्र पद | मघा (तृतीय, चतुर्थ), पूर्वाफाल्गुनी (प्रथम, द्वितीय, तृतीय) |
ऋतु (द्रिक/वैदिक) | ग्रीष्म / वसन्त |
अयन (द्रिक/वैदिक) | उत्तरायण / उत्तरायण |
सूर्योदय | 05:36 एएम |
सूर्यास्त | 06:59 पीएम |
चन्द्रोदय | 01:35 पीएम |
चन्द्रास्त | 02:38 एएम (07 मई) |
दिनमान | 13 घंटे 23 मिनट 04 सेकंड |
रात्रिमान | 10 घंटे 36 मिनट 10 सेकंड |
मध्याह्न | 12:18 पीएम |
शुभ मुहूर्त | ब्रह्म मुहूर्त (04:11–04:54 एएम), अभिजित (11:51–12:45), विजय (02:32–03:25), अमृत काल (01:17–03:00), रवि योग (पूरे दिन) |
अशुभ समय | राहुकाल (03:39–05:19 पीएम), यमगण्ड (08:57–10:38 एएम), गुलिक (12:18–01:58 पीएम), दुर्मुहूर्त (08:17–09:11 एएम, 11:14–11:56 पीएम), वर्ज्य (12:40–02:26 एएम, 07 मई) |
गण्ड मूल | 05:36 एएम से 03:52 पीएम तक |
बाण दोष | रज – 05:37 पीएम से रात्रि तक |
दिशा शूल | उत्तर (गुड़ खाकर यात्रा करें) |
योग (तमिल/आनन्दादि) | मरण योग, कालदण्ड, धुम्र (03:52 पीएम तक) |
आनन्दादि योगों में कालदण्ड और धुम्र जैसे अशुभ योग हैं जो दोपहर 03:52 बजे तक प्रभाव में रहेंगे. तमिल पंचांग अनुसार भी मरण योग और मरण नामक तमिल योग प्रभावी रहेगा.
इस प्रकार, आज का दिन शुभ और अशुभ दोनों प्रकार के योगों से युक्त है. धार्मिक कार्यों में नवमी तिथि होने के कारण श्रीराम नवमी के उपरांत आने वाली विशेष व्रत तिथियों में से एक मानी जाती है. शुक्ल पक्ष के चलते पूजा-पाठ, व्रत और भगवान विष्णु की आराधना के लिए यह दिन अनुकूल है. किंतु शुभ कार्यों के आरंभ से पूर्व मुहूर्तों का विचार अवश्य करें ताकि आपको पूर्ण फल की प्राप्ति हो सके.
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