Sawan 2025: सावन में शिव पूजा के दौरान कपड़ों का रंग केवल आपकी पोशाक नहीं, बल्कि आपके भक्तिभाव का एक अहम हिस्सा होता है. इसलिए इस पावन मास में रंगों का चयन सोच-समझकर करें.
Sawan 2025: सावन का महीना हिंदू धर्म में सबसे पावन और श्रद्धा से भरा हुआ माना जाता है. यह पूरा मास भगवान शिव को समर्पित होता है, जिसमें भक्त उपवास रखते हैं, शिवलिंग का जलाभिषेक करते हैं और पूजा-पाठ से शिवजी को प्रसन्न करने का प्रयास करते हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि सावन में कपड़ों के रंग का भी विशेष महत्व होता है? शिव पूजा के दौरान सही रंग पहनना जहां सकारात्मक फल दिला सकता है, वहीं गलत रंग आपके पुण्य को प्रभावित भी कर सकते हैं.
कब तक है सावन 2025?
इस साल सावन 2025 की शुरुआत 11 जुलाई से होगी और 9 अगस्त 2025 तक चलेगा. इस पूरे महीने में शिवभक्त व्रत रखकर शिवलिंग पर जल, बेलपत्र, दूध, दही आदि अर्पित करते हैं. कावड़ यात्रा और सोमवार व्रत की विशेष परंपरा भी इसी मास में निभाई जाती है.
सावन में किन रंगों से करना चाहिए परहेज?

ज्योतिषीय दृष्टि से कुछ रंग ऐसे माने जाते हैं जो नकारात्मकता और अशुभता से जुड़े होते हैं. सावन में विशेष रूप से काले, भूरे और खाकी रंग के कपड़े पहनने से बचना चाहिए. इन रंगों को शास्त्रों में पूजा-पाठ के समय वर्जित बताया गया है. यह रंग न केवल नकारात्मक ऊर्जा को दर्शाते हैं, बल्कि भगवान शिव को भी प्रिय नहीं हैं. इसलिए अगर आप शिव आराधना के दौरान इन रंगों से परहेज करेंगे तो आपकी पूजा का प्रभाव और फल दोनों ही बेहतर होंगे.

सावन में कौन से रंग पहनना होता है शुभ?
सावन का संबंध हरियाली, ताजगी और सकारात्मक ऊर्जा से होता है. ऐसे में सफेद, हरा और पीला रंग सावन में पहनने के लिए सबसे शुभ माने जाते हैं.
• सफेद रंग को शांति, सादगी और पवित्रता का प्रतीक माना जाता है. यह भगवान शिव का अत्यंत प्रिय रंग भी है, इसलिए इस रंग के वस्त्र पहनकर शिव पूजा करने से विशेष लाभ होता है.
• हरा रंग प्रकृति और जीवन की हरियाली से जुड़ा है, जो सौम्यता और ऊर्जा का प्रतीक है.
• पीला रंग सौभाग्य और समृद्धि का रंग माना जाता है, जो मन में प्रसन्नता और सकारात्मकता भरता है.
इन रंगों को पहनकर न केवल आप धार्मिक दृष्टि से पूज्य भाव से जुड़ते हैं, बल्कि मानसिक रूप से भी संतुलित और ऊर्जावान महसूस करते हैं.
सावन में शिव पूजा के दौरान कपड़ों का रंग केवल आपकी पोशाक नहीं, बल्कि आपके भक्तिभाव का एक अहम हिस्सा होता है. इसलिए इस पावन मास में रंगों का चयन सोच-समझकर करें. काले, भूरे और खाकी जैसे रंगों से दूर रहकर सफेद, हरे और पीले जैसे शुभ रंगों को अपनाएं और शिव कृपा से अपने जीवन को सकारात्मकता और शांति से भर दें.
डिस्क्लेमर : यह जानकारी धार्मिक मान्यताओं पर आधारित है, इसका उद्देश्य किसी भी व्यक्ति की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं है.
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