इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जैमी स्मिथ ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में भारतीय तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह पर बड़ा बयान दिया है.
Jamie Smith on Jasprit Bumrah: इंग्लैंड ने टीम इंडिया के खिलाफ लीड्स टेस्ट में शानदार जीत हासिल तो की लेकिन सेकेंड इनिंग में इंग्लिश बल्लेबाजों को तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह का खौफ सता रहा था. इंग्लैंड के विकेटकीपर बल्लेबाज जैमी स्मिथ ने ईएसपीएन क्रिकइन्फो से बातचीत में खुद बुमराह के खौफ की बात को स्वीकार किया है. जैमी स्मिथ ने कहा कि हमारी टीम के बल्लेबाजों को लगा कि भारत अपने स्ट्राइक गेंदबाज जसप्रीत बुमराह को लाकर कुछ देर बाद विकेट लेने की कोशिश कर सकता है इसलिए हमने मैच को जितना जल्दी हो सके, खत्म करने की कोशिश की. बता दें कि लीड्स टेस्ट के रोमांचक मोड़ पर जो रूट और विकेटकीपर बल्लेबाज जैमी स्मिथ आराम से बल्लेबाजी कर रहे थे और 371 रन का लक्ष्य उनके सामने था, लेकिन स्मिथ ने जडेजा की गेंद पर दो छक्के और एक चौका लगाकर मैच को खत्म किया और मेजबान टीम को यादगार पांच विकेट से जीत दिलाई.
क्या बोले जैमी स्मिथ?
जैमी स्मिथ ने कहा, “रन बहुत ज्यादा नहीं थे, इसलिए मुझे उम्मीद नहीं थी कि बुमराह नई गेंद से गेंदबाजी करेंगे, लेकिन आप कभी भी पूरी तरह से सुनिश्चित नहीं हो सकते, खासकर क्रिकेट में.” इंग्लैंड की सोच यह थी कि अगर शुभमन गिल ने 81वें ओवर के बाद मेजबान टीम के 355/5 के स्कोर पर बुमराह को मौका दिया होता और भारतीय तेज गेंदबाज ने कुछ झटके दिए होते, तो बेन स्टोक्स की टीम के लिए चीजें थोड़ी मुश्किल हो सकती थीं. स्मिथ बोले, “आप नहीं जानते कि क्या होगा. मैं हमेशा अपने पिछले बल्लेबाजों का समर्थन करता हूं, लेकिन कुछ अच्छी गेंदें भी हो सकती हैं और अचानक आप आठ विकेट खो देते हैं और दबाव फिर से आप पर आ जाता है. बस इसे पूरा करके आगे बढ़ना अच्छा था. दूसरी नई गेंद विकेट ला सकती है, लेकिन इससे स्कोरिंग रेट भी बढ़ सकता है. इसके पीछे हमेशा थोड़ी सोची-समझी सोच होती है.”
‘ड्रॉ के लिए नहीं थे तैयार’
जैमी स्मिथ ने कहा, “भारत ने लीड्स टेस्ट के आखिरी दिन काफी कोशिश की थी. हमारी सोच यही थी कि रनों का पीछा करना है और हम किसी भी कीमत पर ड्रॉ के लिए रेडी नहीं थे. हम हमेशा सकारात्मक रहने वाले थे और रन बनाने की कोशिश कर रहे थे. यह एक तेज आउटफील्ड थी और पांचवें दिन जितनी अच्छी बल्लेबाजी की स्थिति हो सकती थी, उतनी अच्छी थी. यह (विकेट) टेस्ट के दौरान बहुत अधिक खराब नहीं हो रहा था, इसलिए आपको हमेशा ऐसा लगता था कि आप इसे सरल रख सकते हैं, आपको रन बनाने के लिए बहुत अधिक कुछ करने की आवश्यकता नहीं है, जो बहुत मददगार है.”
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