IND vs ENG Test Series : इंग्लैंड के खिलाफ कुछ सही फैसले नहीं लेने की वजह से मोर्ने मोर्कल के करियर पर अब तलवार लटक गई है और अब यह देखना होगा कि इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज खत्म होने के बाद BCCI क्या फैसला लेता है?
IND vs ENG Test Series : भारत और इंग्लैंड के बीच में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज खेली जा रही है और यह सीरीज अपने अंतिम पड़ाव में पहुंच गई है. साथ ही सीरीज में इंग्लैंड 2-1 से आगे चल रही है. हालांकि, मैनचेस्टर में खेले गए मुकाबले में भारतीय टीम ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए मैच को ड्रॉ करवाया और इसके साथ ही अब सीरीज रोमांचक मोड़ पर पहुंच गई है. हालांकि, टीम इंडिया अब इस सीरीज को जीत नहीं सकती है लेकिन अगर सीरीज के अंतिम मुकाबला जीत जाती है तो इंग्लैंड के मंसूबे पर पानी फिर जाएगा और युवा भारतीय टीम का कॉन्फिडेंस लेवल पहले से काफी ऊंचा हो जाएगा. बता दें कि 5वें टेस्ट मैच की जंग 31 जुलाई, 2025 से केनिंग्टन ओवल में शुरू होगी. इसी बीच खबर सामने आ रही है कि भारतीय टीम के कोचिंग स्टाफ में बड़ा बदलाव आ सकता है.
इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के बाद होगा फैसला!
कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि जल्द ही मोर्ने मोर्कल और असिस्टेंट कोच रयान टेन डोशेट की भारतीय टीम से छुट्टी हो सकती है. बताया जा रहा है कि भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने बॉलिंग कोच और असिस्टेंट मोर्ने मोर्केल और असिस्टेंट कोच रयान टेन डोशेट बर्खास्त कर सकता है और इंग्लैंड के खिलाफ खेली जा रही सीरीज के बाद दोनों खिलाड़ियों की समीक्षा की जाएगी. साथ ही अगर वह पैमाने पर उतरे नहीं तो उनकी छुट्टी कर दी जाएगी. इसके अलावा कुछ रिपोर्ट्स में यह भी कहा जा रहा है कि समय की कमी की वजह से सितंबर में होने वाले एशिया कप 2025 तक शायद इन दोनों कोच को हटाया नहीं जाएगा.
इन दो कोच की जगह कौन आएगा?
अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू मैदान पर होने वाली टेस्ट सीरीज से पहले बदलाव निश्चित रूप से होंगे. वहीं, गौतम गंभीर हेड कोच के रूप में बने रहेंगे क्योंकि BCCI सीनियर लेवल पर कोई बदलाव नहीं चाहता है, खासकर जब टीम में बड़े बदलाव की जरूरत की मांग हो रही है. दूसरी तरफ आपको बताते चलें कि पिछले कुछ समय से मोर्ने मोर्कल सवालों के घेरे में चल रहे हैं. इसी बीच इंग्लैंड के खिलाफ चौथे टेस्ट मैच में अंशुल कंबोज को टीम-11 में जगह देने के बाद उनके पर बने के लिए तलवार लटक रही है, जिन्होंने 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गेंद फेंकी थी. इतना ही नहीं कुलदीप यादव को नहीं खिलाने को लेकर भी वह सवालों के घेरे में आ गए हैं. एक रिपोर्ट में दावा किया गया कि कोच हमेशा टीम में संतुलन की बात करते हैं लेकिन कुलदीप यादव को टीम में जगह नहीं दी गई इसका नुकसान बहुत ज्यादा उठाना पड़ गया है. अब यह जानना काफी दिलचस्प होगा कि मोर्कल और डेशेट को निकालने के बाद उनकी जगह कौन से प्लेयर कोचिंग देने के लिए आएंगे.
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