टीम इंडिया को इंग्लैंड के खिलाफ तीसरा टेस्ट लॉर्ड्स ग्राउंड पर खेलना है. टीम इंडिया के बैटिंग कोच सीतांशु कोटक ने मैच से पहले पिच को लेकर डराने वाली भविष्यवाणी की है.
India Vs England: टीम इंडिया के बैटिंग कोच सीतांशु कोटक ने लॉर्ड्स टेस्ट से पहले बड़ा बयान दिया है. सीतांशु कोटक को उम्मीद है कि लॉर्ड्स टेस्ट की पिच बल्लेबाजों के लिए पहले दो मैचों की सपाट पिचों की तुलना में ज्यादा चुनौतीपूर्ण होगी, लेकिन जब तक उनके बल्लेबाजन “अनुचित शॉट” नहीं खेलते, तब तक कोई समस्या नहीं होनी चाहिए. खबर है कि खेल से दो दिन पहले विकेट पर काफी घास थी, मैच की पूर्व संध्या पर उसमें से कुछ घास हटा दी जाएगी. अहम ये है कि जसप्रीत बुमराह भारत के लिए वापस आएंगे और जोफ्रा आर्चर के चार साल से ज्यादा समय में अपना पहला टेस्ट खेलने की उम्मीद है. शुभमन गिल की अगुआई में भारतीय बल्लेबाज़ बेहतरीन फॉर्म में हैं, कप्तान केएल राहुल, यशस्वी जायसवाल और ऋषभ पंत के बल्ले से शतक निकल रहे हैं
पिच पर क्या बोले कोटक?
सीतांशु कोटक ने कहा, “विकेट में थोड़ी हरियाली है, जैसा कि हमने पिछले दो मैचों में देखा था, यह उससे कहीं ज्यादा है. लेकिन कल, मैच से एक दिन पहले वे आखिरी कटिंग करेंगे, उसके बाद हम बात कर सकते हैं. आम तौर पर लॉर्ड्स में पहली और दूसरी पारी के स्कोर तुलनात्मक रूप से कम होते हैं. इसलिए, हम उम्मीद कर सकते हैं कि यह गेंदबाजों के लिए मददगार होगा.बल्लेबाजों के लिए, मेरा मानना है कि मानसिकता ही सबसे अच्छी चीज है. विकेट पर समय बिताना आपका सबसे अच्छा दोस्त हो सकता है. आप जितना अधिक समय विकेट पर बिताएंगे, उतना ही आप इसके साथ तालमेल बिठा पाएंगे.” आर्चर की वापसी के बारे में उनके विचार पूछे जाने पर, उन्होंने कहा: “जोफ्रा के आने से यह एक चुनौती होगी. इंग्लैंड की टीम में गेंदबाजी में कुछ बदलाव हो सकते हैं. ऐसा लगता है कि विकेट भी थोड़ा और चुनौतीपूर्ण होगा और, पिछले दो मैचों के बाद, अगर मेजबान के तौर पर इंग्लैंड को लगता है कि वे थोड़ा और चुनौतीपूर्ण विकेट देना चाहते हैं, तो यह काफी उचित है. आप अच्छी बल्लेबाजी करते हैं, तो यह ठीक है. अगर आप नहीं करते हैं तो कोई भी विकेट चुनौतीपूर्ण होगा. अगर आप चुनौतीपूर्ण विकेट पर आक्रमण करने की योजना बनाते हैं तो यह एक खराब मानसिकता है.”
भारतीय बल्लेबाजों की कर दी तारीफ
भारतीय बल्लेबाजों की प्रशंसा करते हुए, कोटक ने कहा कि ऋषभ पंत जैसे एक्स-फैक्टर खिलाड़ियों के अलावा, उन्होंने जिम्मेदारी से बल्लेबाजी की है, फिर भी वे प्रति ओवर चार रन बनाने में सफल रहे हैं. उन्होंने कहा, “हमारे खिलाड़ी इतने कुशल हैं कि अगर वे रन की तलाश नहीं भी करते हैं, तो वे चार रन की औसत से रन बनाने में सक्षम हैं. क्रामक बल्लेबाजी, 90 ओवर, 360 रन, अगर हम इसे बनाने में सक्षम हैं, तो यह केवल आक्रामक बल्लेबाजी है. लेकिन मानसिकता यह है कि हम बाउंड्री की तलाश नहीं करेंगे. अगर उनका कौशल इतना अच्छा है कि भले ही वे योग्यता के आधार पर खेल रहे हों, वे रन बनाने में सक्षम हैं.. जब आप अनुचित शॉट नहीं खेलते हैं, तो आप लंबे समय तक विकेट पर टिके रहेंगे.”
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