Home Top News BJP की फैक्ट फाइंडिंग टीम सामने लाई कोलकाता के लॉ कॉलेज में हुए दुष्कर्म का सच, की सिफारिश

BJP की फैक्ट फाइंडिंग टीम सामने लाई कोलकाता के लॉ कॉलेज में हुए दुष्कर्म का सच, की सिफारिश

by Vikas Kumar
0 comment
BJP fact finding team

कोलकाता की लॉ छात्रा से सामूहिक बलात्कार मामले में बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने अपनी रिपोर्ट बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को सौंप दी है.

Kolkata college Gangrape: बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने कोलकाता की लॉ छात्रा से सामूहिक बलात्कार मामले में केंद्रीय एजेंसी से जांच की सिफारिश की है. बीजेपी की फैक्ट फाइंडिंग टीम ने ने दावा किया है कि राज्य पुलिस जिस तरह से मामले को संभाल रही है, उससे संदेह पैदा होता है कि दोषियों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है. पूर्व केंद्रीय मंत्री और मुंबई के पूर्व पुलिस प्रमुख सत्यपाल सिंह ने कहा कि तृणमूल कांग्रेस शासित पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था की स्थिति खराब कर रही है. सत्यपाल सिंह ने आरोप लगाते हुए यह भी सिफारिश की है कि राज्य में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए कुछ “प्रभावी उपायों” के लिए केंद्र से अनुरोध किया जाए. उन्होंने फैक्ट फाइंडिंग टीम के हिस्से के रूप में मंगलवार को एक संवाददाता सम्मेलन में यह टिप्पणी की.

जेपी नड्डा को सौंपी गई रिपोर्ट

भाजपा सांसद और त्रिपुरा के पूर्व मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब, राज्यसभा सांसद मनन कुमार मिश्रा और पूर्व केंद्रीय मंत्री मीनाक्षी लेखी सहित सत्यपाल सिंह की चार सदस्यीय टीम ने मंगलवार को यहां पार्टी अध्यक्ष जेपी नड्डा को अपनी रिपोर्ट सौंपी. भाजपा पैनल के निष्कर्षों को मीडिया के साथ साझा करते हुए सत्यपाल सिंह ने कहा कि मामले के पंजीकरण और कोलकाता पुलिस द्वारा इसकी जांच पर सवाल हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि पीड़िता द्वारा प्रस्तुत हस्तलिखित शिकायत में छेड़छाड़ की गई है ताकि उसके द्वारा लिखे गए आरोपियों के नाम हटा दिए जाएं. सत्यपाल सिंह ने कहा, “पुलिस ने पीड़िता द्वारा हस्तलिखित शिकायत में दिए गए आरोपियों के नाम मिटा दिए और उन नामों के स्थान पर J, G, S, M अक्षर डाल दिए. जब ​​पुलिस ने शिकायत में ही छेड़छाड़ की है, जो मामले का मूल दस्तावेज है, तो कोई कैसे उम्मीद कर सकता है कि पीड़िता और उसके परिवार को न्याय मिलेगा?” उन्होंने कहा कि समिति ने सिफारिश की है कि या तो किसी केंद्रीय एजेंसी द्वारा जांच शुरू की जाए या पीड़िता और उसके परिवार को न्याय सुनिश्चित करने के लिए प्रतिष्ठित व्यक्तियों द्वारा उच्च स्तरीय स्वतंत्र जांच शुरू की जाए.

मनन कुमार मिश्रा ने क्या कहा?

मनन कुमार मिश्रा ने दावा किया कि जब जांच समिति ने कोलकाता पुलिस आयुक्त (मनोज झा) से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि नाम क्यों मिटाए गए और उनके स्थान पर कुछ अक्षर क्यों डाले गए, तो उन्होंने जवाब देने में टालमटोल की. उन्होंने कहा कि कोलकाता पुलिस की कार्रवाई, जैसे “एफआईआर में छेड़छाड़ और चार आरोपियों की त्वरित गिरफ्तारी”, एक बड़ा संदेह पैदा करती है. सिंह ने कहा कि भाजपा समिति ने पश्चिम बंगाल में महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अत्याचार और अपराध तथा ऐसे कई मामलों में पुलिस की निष्क्रियता पर ध्यान दिया है. उन्होंने कहा, “पश्चिम बंगाल में कानून-व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है.” विधि छात्रा के साथ सामूहिक बलात्कार के मामले में सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस की आलोचना करते हुए देब ने मांग की कि पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इस घटना की जिम्मेदारी लें. उन्होंने कहा, “उन्हें अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है.”

ये भी पढ़ें- ‘JNU के बाद अब मोदी सरकार के निशाने पर TISS’, जयराम रमेश क्यों साध रहे निशाना?

You may also like

LT logo

Feature Posts

Newsletter

@2025 Live Time. All Rights Reserved.

Are you sure want to unlock this post?
Unlock left : 0
Are you sure want to cancel subscription?