Home Top News उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन से 5 लोगों की मौत, 40 परिवार मलबे में दबे, कई घर जमींदोज

उत्तराखंड में बादल फटने और भूस्खलन से 5 लोगों की मौत, 40 परिवार मलबे में दबे, कई घर जमींदोज

by Sanjay Kumar Srivastava
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Heavy rain in Uttarakhand

Landslide in Uttarakhand: आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के जखोली में एक मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई.

Landslide in Uttarakhand: उत्तराखंड में शुक्रवार तड़के भारी बारिश और बादल फटने से पांच लोगों की मौत हो गई और तीन लापता हो गए. जबकि रुद्रप्रयाग जिले में भूस्खलन से करीब 40 परिवार मलबे में दब गए. कई घर भी तहस-नहस हो गए. अधिकारियों ने बताया कि चमोली, रुद्रप्रयाग, टिहरी और बागेश्वर प्राकृतिक आपदा से बुरी तरह प्रभावित जिलों में शामिल है. उत्तराखंड राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (USDMA) ने यहां कहा कि बागेश्वर जिले के कपकोट क्षेत्र के पौसारी ग्राम पंचायत में रात भर हुई भारी बारिश से लगभग आधा दर्जन घर क्षतिग्रस्त हो गए, जिसमें दो लोगों की मौत हो गई और तीन अन्य लापता हैं. घटना में अब तक दो शव बरामद किए गए हैं जबकि तीन अन्य लोग लापता हैं. मुख्य विकास अधिकारी अभिषेक त्रिपाठी ने बताया कि चमोली जिले में भारी नुकसान हुआ है. जिले के मोपाटा गांव में भूस्खलन से एक घर ढह गया, जिससे एक दंपति की मौत हो गई और एक अन्य घायल हो गया.

बचाव में उतरी SDRF

USDMA ने कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के तलजामन गांव में करीब 30-40 परिवार मलबे और बाढ़ के पानी में फंसे हैं. आपदा प्रबंधन सचिव विनोद कुमार सुमन ने बताया कि भूस्खलन से रुद्रप्रयाग जिले के जखोली में एक मकान ढहने से एक महिला की मौत हो गई. रुद्रप्रयाग के पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कोंडे ने बताया कि चेनागाड़ इलाके में चार स्थानीय और इतने ही नेपाली लोगों के मलबे में दबे होने की सूचना है. बडेथ, बगद्धार और तलजमनी गांव पानी में डूबे हैं. SDRF अधिकारी ने पीटीआई को बताया कि चार टीमें तैनात कर दी गई हैं और बचाव के लिए भेज दी गई हैं. अगस्तमुनि, रतूड़ा और सोनप्रयाग से एसडीआरएफ की टीमें तैनात की गई हैं. तलजामन गांव से 40 लोगों को और कुमड़ गांव से 30 लोगों को बचाया गया है. लापता लोगों के लिए छेनागाड़ डूंगर गांव में तलाशी अभियान जारी है. बागेश्वर में 2 शव बरामद किए गए और एक घायल है, जबकि रुद्रप्रयाग में एक महिला लापता है. चमोली में दो लोगों की मौत हो गई है.

राहत और बचाव कार्य तेज करने का निर्देश

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि रुद्रप्रयाग जिले के तहसील बसुकेदार क्षेत्र के अंतर्गत बड़ेथ डूंगर और चमोली जिले के देवाल क्षेत्र में बादल फटने के बाद गिरे मलबे के कारण कुछ परिवारों के फंसे होने की दुखद खबर मिली है. धामी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए संबंधित जिलाधिकारियों को प्रभावित इलाकों में राहत और बचाव कार्य तेजी से चलाने का निर्देश दिया. लगातार बारिश और बादल फटने से टिहरी जिले के बूढ़ा केदार क्षेत्र में भी भारी नुकसान हुआ है, जहां पशुओं के लिए बनाए गए शेड और मंदिर मलबे में दब गए. लगातार बारिश के कारण बालगंगा, धर्मगंगा और भिलंगना नदियां उफान पर हैं, जिससे स्थानीय लोगों में दहशत फैल गई है.

मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट

भारी बारिश को देखते हुए पुलिस नदी किनारे रहने वाले लोगों को मुनादी कराकर सुरक्षित जगहों पर जाने के लिए कह रही है. जिलासू, गुलाबकोटी, चटवापीपल, चमोली-नंदप्रयाग, कमेड़ा, भनेरपानी, पागलनाला में कई जगहों पर मलबा आने से बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग अवरुद्ध हो गया है. रुद्रप्रयाग जिले में भी बद्रीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग सिरोबगड़ में बंद है, जबकि केदारनाथ राजमार्ग बांसवाड़ा (स्यालसौर) और कुंड से चोपता के बीच चार अलग-अलग स्थानों पर अवरुद्ध है. मौसम विभाग ने अगले 24 घंटों में उत्तराखंड के देहरादून, रुद्रप्रयाग, बागेश्वर और चमोली जिलों में भारी से बहुत भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है.

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