Home Latest News & Updates लातूर और नांदेड़ में भारी बारिश से जनजीवन ठप, कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद, सेना ने संभाला मोर्चा

लातूर और नांदेड़ में भारी बारिश से जनजीवन ठप, कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूल बंद, सेना ने संभाला मोर्चा

by Sanjay Kumar Srivastava
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Heavy rain in Maharashtra: शिरूर अनंतपाल और अहमदपुर तालुका के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 10 लोगों को बचाया. सेना की एक टीम भी अहमदपुर पहुंच गई है.

Heavy rain in Maharashtra: महाराष्ट्र के लातूर और नांदेड़ जिलों में भारी बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है. भारी बारिश के कारण प्रशासन ने शुक्रवार को स्कूलों को बंद कर दिया. प्रशासन ने बचाव अभियान के लिए सेना से मदद मांगी है. अधिकारियों ने बताया कि लातूर के 60 राजस्व सर्किलों में से 29 में गुरुवार रात तक अत्यधिक बारिश दर्ज की गई थी क्योंकि नदियों और नालों में जलस्तर बढ़ गया था. पानी बहने के बाद लगभग 50 सड़कें और पुल बंद कर दिए गए. एक अधिकारी ने कहा कि भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने 29 अगस्त के लिए येलो अलर्ट जारी किया है. जिला कलेक्टर और आपदा प्रबंधन प्राधिकरण की अध्यक्ष वर्षा ठाकुर-घुगे ने कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है. आपदा प्रबंधन टीमों और स्थानीय ग्रामीणों ने शिरूर अनंतपाल और अहमदपुर तालुका के बाढ़ प्रभावित इलाकों में फंसे 10 लोगों को बचाया.

सड़क पर पानी, निलंगा-उदगीर मार्ग बंद

सेना की एक टीम भी अहमदपुर पहुंच गई है. अधिकारी ने बताया कि अहमदपुर के कालेगांव में जलाशय के स्पिलवे पर फंसे एक व्यक्ति को भी सुरक्षित निकाल लिया गया. मकनी गांव में स्थानीय लोगों ने एक व्यक्ति को बाढ़ में डूबे पुल को पार करते समय बह जाने से बचाया. अधिकारी ने बताया कि राज्य राजमार्ग 238 का निलंगा-उदगीर-धानेगांव खंड पानी के अतिप्रवाह के कारण बंद कर दिया गया है. इसके अलावा शिउर के पास मंजारा नदी पर बने एक पुल के जलमग्न हो जाने के बाद निलंगा-उदगीर मार्ग भी बंद कर दिया गया है. तगरखेड़ा को औरद से जोड़ने वाली दो सड़कें भी पानी में डूबी हुई हैं, जिससे वाहनों को बीदर रोड तक पहुंचने के लिए हल्से-तांबरवाड़ी-हलगारा होते हुए चक्कर लगाना पड़ रहा है.

स्कूल में पानी, 679 छात्र और 40 शिक्षक फंसे

निलंगा तालुका के शेल्गी गांव में गुरुवार आधी रात के आसपास बिजली गिरने से पांच गोजातीय पशुओं की मौत हो गई. चाकुर तहसील में बीएसएफ कैंप में स्थित एक केंद्रीय विद्यालय में स्कूल परिसर में पानी भर जाने के बाद 679 छात्र और 40 शिक्षक फंस गए. गुरुवार शाम को बीएसएफ जवानों ने सभी को बचा लिया.अधिकारियों ने कहा कि मराठवाड़ा क्षेत्र के 130 राजस्व सर्किलों में, जिनमें नांदेड़ के 68 और लातूर के 35 सर्किल शामिल हैं, शुक्रवार सुबह तक अत्यधिक बारिश (एक ही दिन में 65 मिमी से अधिक) हुई. लातूर जिले में शुक्रवार सुबह तक 24 घंटों में औसतन 91.8 मिमी बारिश दर्ज की गई, जिसमें चाकूर तहसील में सबसे अधिक 152.4 मिमी बारिश हुई. नांदेड़ में कंदार तहसील के बारुल सर्कल में 275 मिमी बारिश दर्ज की गई, जबकि शुक्रवार सुबह समाप्त हुए 24 घंटों में जिले के टुप्पा और तारोदा राजस्व सर्कल में यह आंकड़ा 267 मिमी रहा.

नदी किनारे बसे गांवों के लिए हाई अलर्ट

नांदेड़ कलेक्टर राहुल कर्डिले ने कहा कि जिले में कई सिंचाई संबंधी जलाशय ओवरफ्लो हो गए हैं. उन्होंने कहा कि विष्णुपुरी बांध के जलग्रहण क्षेत्रों में बारिश हो रही है. इसलिए नांदेड़ शहर के निचले इलाकों में रहने वालों को सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए. भारतीय सेना की एक टीम नांदेड़ आएगी. एसडीआरएफ और नागरिक दल सक्रिय हैं.एक अन्य अधिकारी ने बताया कि मनाजारा बांध से सुबह 10,482 क्यूसेक पानी छोड़ा गया. बांध के चार स्पिलवे गेट खोल दिए गए हैं और कुल 19,218.54 क्यूसेक पानी नीचे की ओर छोड़ा गया है. लातूर जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (डीडीएमए) ने मनाजारा और उसकी सहायक नदियों के किनारे बसे गांवों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है.

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